आर्थिक राजधानी मुंबई में गुरुवार को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (Chhatrapati Shivaji Terminus) रेलवे स्टेशन के पास एक फुटओवर ब्रिज गिर गया. इस दर्दनाक हादसे में अबतक 6 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं करीब 33 लोग घायल बताए जा रहे है. बताया जा रहा है ये कि हादसा अधिक भीषण और बड़ा हो सकता था लेकिन ट्रैफिक की रेड लाइट ने कई लोगों की जिंदगी बचा ली है.
दरअसल, यह हादसा जब घटित हुआ तो उस समय कुर्रा रोड पर रेड सिग्नल था और शाम होने की वजह से ब्रिज के ऊपर से कई लोग गुजर रहे थे. साथ ही इस ब्रिज के नीचे से कई कारें, मोटरसाइकिल और दूसरे वाहन गुजरते हैं. अगर ब्रिज गिरते समय 60 सेकेंड की रेड लाइट न होती तो इसके नीचे कई और लोग आ सकते थे.
हालांकि हादसे के समय इस ब्रिज के नीचे कुछ ठेले वाले थे और एक कार खड़ी थी. बाकी लोग पुल के साथ नीचे गिरने की वजह से घायल हो गए थे. घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गंभीर चोटें लगने की वजह से ये लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे.
और पढ़ें: मुंबई: एलफिंस्टन से नहीं लिया सबक, CST रेलवे स्टेशन के पास गिरा फुटओवर ब्रिज, इससे पहले भी हो चुके हैं हादसे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर मुंबई ब्रिज हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, 'मुंबई में फुट ओवरब्रिज दुर्घटना में कई लोगों की जान चली गई. मेरे विचार शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. चाहता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं. महाराष्ट्र सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है.'
इस हादसे पर रेलवे ने कहा है कि इस पुल की देख-रेख का काम बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) का था. हालांकि, हम पीड़ितों को अपनी तरफ से सारा समर्थन प्रदान कर रहे हैं. वहीं रेलवे के डॉक्टर और कर्मी राहत और बचाव कार्यों में बीएमसी का साथ दे रहे हैं.
ये भी पढ़ें: Mumbai Bridge Collapse:मुंबई फुटओवर ब्रिज हादसे में अब 6 लोगों की गई जान, रूट डायवर्ट
बता दें कि इससे पहले मुंबई के एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा हुआ था. इस भगदड़ में कुल 27 लोगों की मौत हो गई है जबकि 33 लोग घायल बताए गए थे. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट की अफवाह के बाद यह भगदड़ हुई. घटना के समय अचानक बारिश होने से पुल पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी.
Source : News Nation Bureau