phone tapping case में सीबीआई निदेशक सुबोध जायसवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. हाल ही में सीबीआई प्रमुख सुबोध कुमार जायसवाल को मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने तलब किया है. जानकारी के मुताबिक पुलिस ने खुफिया विभाग के तबादलों और पोस्टिंग का डाटा लीक होने के मामले में समन भेजा है.. साथ ही 14 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा गया है. बताया गया कि उन्हें साइबर सेल में अपने बयान दर्ज कराने होंगे. हालाकि समन को लेकर कुछ विवाद की बातें भी सामने आई हैं. बताया जा रहा है कि समन ई-मेल के माध्यम से भेजा गया है..
आपको बता दें कि यह मामला आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला द्वारा महाराष्ट्र में पुलिस तबादलों में कथित भ्रष्टाचार के बारे में तैयार की गई एक रिपोर्ट के "लीक" होने से संबंधित है. तब वे राज्य के खुफिया विभाग की प्रमुख थीं. जायसवाल इस दौरान पुलिस महानिदेशक थे. आरोप था कि जांच के दौरान वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों के फोन अवैध रूप से टैप किए गए और रिपोर्ट जानबूझकर लीक की गई. लेकिन साइबर सेल द्वारा इस संबंध में दर्ज की गई प्राथमिकी में शुक्ला या किसी अन्य अधिकारी का नाम नहीं है.
इसी साल किया गया था नियुक्त
गौरतलब है कि महाराष्ट्र कैडर के 1985 बैच के ips अधिकारी जायसवाल को इस साल मई में दो साल की अवधि के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) का प्रमुख नियुक्त किया गया था. समन के बाद शिव सेना व बीजेपी नेताओं की भी बयानबाजी सामने आई है. हालाकि खुले तौर पर कोई कुछ भी कहने को तैयार नहीं है..
HIGHLIGHTS
- जायसवाल को इसी साल किया गया था CBI निदेशक नियुक्त
- महाराष्ट्र कैडर के 1985 बैच के आईपीएस हैं जायसवाल
- ताबादला और पोस्टिंग का डाटा लीक होने का मामला