उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां जिंदा लोगों को मृत बताकर फायदे उठाए जा रहे हैं। कई मामले तो ऐसे हैं जहां लोगों ने अपने ही रिश्तेदारों को मृत घोषित कर उनकी संपत्ति हड़प ली है।
ऐसा ही एक मामला प्यारी देवी का है जहां बेटे ने अपनी जिंदा मां को दस्तावेजों में मृत बताकर जमीन हड़प ली। गुजरपाल गांव की 76 साल की बुजुर्ग प्यारी देवी को अपने जिंदा होने का इंतजार है।
प्यारी देवी बताती हैं कि जमीन के लिए उनके बेटे ने उनके मुर्दा होने की कहानी गढ़ दी। बेटे ने सरकारी मुलाजिम से मिलकर दस्तावेजों में मां को मृत बता दिया।
हालांकि न्यूज नेशन की पड़ताल पर आजमगढ़ के डीएम चंद्रभूषण सिंह ने इस मामले में कार्यवाई का आश्वासन दिया है। सिंह ने कहा, 'हमारे संज्ञान में मामले आने पर दोषी राजस्व कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आपराधिक साजिश का मुकदमा चलाया जाएगा।'
घर से निकाल दिये जाने के बाद फिलहाल 76 वर्षीय प्यारी देवी बेटी-दामाद के साथ रह रही हैं।
प्यारी देवी अकेली नहीं हैं। दिल्ली के जंतर-मतर पर धरना दे रहे संतोष भी जीते-जी मुर्दा हैं। 12 एकड़ से अधिक जमीन के लिए इनके चाचा-ताऊ और चचेरे भाइयों ने ही इनकी तेरहवीं कर दी।
मूल रूप से वाराणसी के रहनेवाले संतोष बताते हैं कि वो फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर के घर पर रसोईया का काम करते थे। संतोष का दावा है कि वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले थे। उन्होंने संतोष को जानने का दावा तो किया लेकिन तस्वीर खिंचाने से इनकार कर दिया।
पिछले 14 सालों से संतोष को अपने जिंदा होने का इंतजार है। जाने कब वो आस पूरी होगी। जाने कब संतोष की गवाही उन्हें कागजों पर भी जिंदा करेगी।
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Source : News Nation Bureau