उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुए कलिंग उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन हादसे के क्या कारण हैं? इसकी जांच के लिए रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने जांच के आदेश दे दिये हैं।
वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने साफ कर दिया है कि इसमें कोई आतंकी साजिश नहीं है। उत्तर प्रदेश के गृह विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार ने कहा कि रेलवे ट्रैक पर काम चल रहा था। इसके बारे में सूचना देने में ढिलाई बरती गई।
अरविंद कुमार ने कहा, 'प्रथमदृष्ट्या यह मामला आतंकी वारदात नहीं लगता है। इसे आतंकी घटना करार नहीं दिया जा सकता।'
उन्होंने कहा, 'ट्रैक पर मरम्मत की ड्राइवर को जानकारी नहीं थी और अचानक ब्रेक लगाए जाने के चलते ट्रेन पटरी से ही उतर गई।' उन्होंने कहा कि मरम्मत के काम में जुटी टीम को रिपेयर वर्क के बारे में जानकारी देनी चाहिए थी।
कलिंग उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन हादसे के बाद लखनऊ से आतंक रोधी दस्ता को रवाना किया गया था। जिसके बाद यह अंदेशा लगाया जाने लगा था कि कहीं ट्रेन हादसे में आतंकी साजिश तो नहीं है।
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आपको बता दें की की पिछले साल कानपुर जिले के पुखरायां में इंदौर से पटना जा रही इंदौर-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे के तार आतंकी साजिश से जुड़े थे। ट्रेन हादसे की जांच एनआईए भी कर रही है। कानपुर हादसे में 150 लोगों की मौत हो गई थी।
शनिवार को पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली थाना क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। गाड़ी के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में कम से कम 23 यात्रियों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए। मेरठ-सहारनपुर रेलखंड में यह भीषण हादसा शाम लगभग 5.45 बजे हुआ।
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HIGHLIGHTS
- कलिंग उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में आतंकी साजिश से यूपी सरकार का इनकार
- सरकार बोली, ट्रैक पर मरम्मत की ड्राइवर को जानकारी नहीं थी और अचानक ब्रेक लगाए जाने के चलते ट्रेन पटरी से ही उतर गई
- मुजफ्फरनगर में हुए ट्रेन हादसे में 23 यात्रियों की हुई थी मौत, 40 घायल
Source : News Nation Bureau