बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में एक बार फिर फैसला टल गया है. अब दिल्ली की साकेत कोर्ट 20 जनवरी को फैसला सुनाएगी. बता दें कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में बच्ची और युवतियों के साथ यौन शोषण, दुष्कर्म जैसी घटना हुई थी. बृजेश ठाकुर इस मामले का मुख्य आरोपी है, उसके साथ कुल 20 आरोपियों पर इस मामले में पॉक्सो समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था.
वहीं इस मामले में सीबीआई जांच में पाया गया था कि आश्रयगृह में पीड़िताओं के साथ ना केवल आश्रयगृह में कर्मचारी बलात्कार कर रहे थे, बल्कि बिहार सरकार के सामाजिक कल्याण विभाग के अधिकारी भी उनका यौन शोषण कर रहे थे. सीबीआई ने इन सभी को इस मामले में आरोपी बनाया है.
बता दें कि 28 जुलाई को 2018 मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय रेप कांड में 42 में से 34 बच्चियों से रेप की पुष्टि हुई थी. बाद में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सुप्रीम कोर्ट में सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर आश्रय गृह यौन उत्पीड़न मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और उसके सहयोगियों ने 11 लड़कियों की कथित रूप से हत्या की थी और एक श्मशान घाट से 'हड्डियों की पोटली' बरामद हुई थी.
Source : News Nation Bureau