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मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस: ब्रजेश ठाकुर के एक और आश्रय गृह पर पुलिस ने मारी रेड, 11 महिलाएं लापता

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के एक अन्य आश्रय घर पर पुलिस ने मंगलवार को छापेमारी की।

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vineet kumar1
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मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस: ब्रजेश ठाकुर के एक और आश्रय गृह पर पुलिस ने मारी रेड, 11 महिलाएं लापता

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस का मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर

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मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के एक अन्य आश्रय घर पर पुलिस ने मंगलवार को छापेमारी की। सोमवार को ब्रजेश ठाकुर के एक और आश्रय गृह से 11 महिलाओं के लापता होने की खबर सामने आई थी जिसके बाद उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया था।

सूत्रों के अनुसार 20 मार्च को जब जिला निरीक्षण टीम ने इस शेल्टर होम का दौरा किया था, तब यह 11 महिलाएं वहां मौजूद थीं।

ब्रजेश ठाकुर लड़कियों के साथ 34 लड़कियों के साथ हुए यौन शोषण मामले का मुख्य आरोपी है, पुलिस ने अब तक 10 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

वहीं इस मुद्दे को लेकर बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राज्य के अधिकारियों को सभी शेल्टर होम में मॉनिटरिंग सिस्टम गठित करने का निर्देश दिया है। 

मलिक ने इस घटना की निंदा करते हुए पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र लिखा। उन्होंने इस घटना को मानवता पर कलंक बताया।

और पढ़ें: मुजफ्फरपुर केस: राज्यपाल ने नीतीश कुमार को लिखी चिट्ठी, मॉनिटरिंग सिस्टम गठित करने का निर्देश

सीबीआई की टीम कर रही है जांच

बता दें कि इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम कर रही है। सीबीआई ने बालिका गृह में काम करने वाले कर्मचारी और अधिकारियों पर भी केस दर्ज किया है।

आरोप है कि सेवा संकल्प और विकास समिति की ओर से चलाए जा रहे बालिका गृह के कर्मचारी और अधिकारी भी लड़कियों के यौन शोषण और दुराचार में शामिल थे।

गौरतलब है कि 24 जुलाई को रेड के दौरान शेल्टर होम से कुल 44 लड़कियां छुड़ाई गई थी। लड़कियों को छुड़ाने के बाद 42 की मेडिकल जांच कराई गई थी।

इनमें से 34 लड़कियों की रिपोर्ट पहले ही आ गई थी, जिसमें 29 लड़कियों के साथ यौन शोषण की पुष्टि की गई थी। बाद में आठ और लड़कियों की रिपोर्ट आ जाने के बाद यह संख्या बढ़कर 34 हो गई है।

इन लड़कियों को मधुबनी, मोकामा और पटना के बालिकागृह भेजा गया है। इन पीड़ित लड़कियों का अब मनोवैज्ञानिक उपचार किया जा रहा है।

और पढ़ें: मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप मामला: सीबीआई ने दर्ज किया FIR, कई अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम शामिल, जांच शुरू

कैसे सामने आई यह घटना?

इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मुंबई की संस्था टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइसेंस की टीम ने बालिका गृह के सोशल ऑडिट रिपोर्ट में यौन शोषण का उल्लेख किया।

इसके बाद मुजफ्फरपुर महिला थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसके बाद लड़कियों के चिकित्सकीय जांच में भी यहां की 41 लड़कियों में से 29 लड़कियों के साथ दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई थी।

इस मामले में अब तक मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर सहित 10 लोगों को गिरतार किया जा चुका है।

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Source : News Nation Bureau

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