लोकसभा चुनाव 2019 के मतदान पूरे हो चुके है और बस इसके नतीजे आने बाकी रह गए है. लेकिन इस चुनावी मौसम में सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित किया है वो है 'नमो टीवी'. 26 मार्च को लोकसभा चुनाव शुरू होने से कुछ दिन पहले 'नमो टीवी' ने लोगों के घरों में अपनी दस्तक दी थी लेकिन अब ये गायब है. बता दें कि 'नमो टीवी' का लांचिंग की कोई ऑफिशियल घोषणा और न ही किसी भी तरह का विज्ञापन दिखाया गया था.
नमो टीवी का अचानक गायब होना साफ दर्शाता है कि ये सिर्फ चुनाव के लिए लाया गया था इसलिए चुनाव खत्म होते ही इसे बंद कर दिया गया. माना जा रहा है कि चुनाव खत्म होने ही नमो टीवी का मकसद पूरा हो गया है और इस पर अब खर्च करना बेकार है.
डीटीएच ऑपरेटर्स जैसे कि टाटा स्काई, वीडियोकॉन और डिश टीवी ने नमो टीवी को फ्री टू एयर करार दिया. यानी कि इस चैनल को देखने के लिए उपभोक्ताओं को कोई पैसा नहीं देना पड़ रहा था.
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गौरतलब है कि विपक्ष के नेताओं को जब इस चैनल की जानकारी हुई तो राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने सूचना प्रसारण मंत्रालय से सवाल पूछा और कहा कि आखिर नियमों को दरकिनार करके इस चैनल के प्रसारण की अनुमित किस तरह दी गई है. विपक्ष ने इस चैनल को सरकार का प्रोपगैंडा मशीन करार दिया.
Source : News Nation Bureau