प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नीति आयोग की 6वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता की है. इस दौरान प्रधानमंत्री ने नीति आयोग की बैठक को संबोधित करते हुए कहा है कि हमने कोरोना कालखंड में देखा कि कैसे राज्य और केंद्र सरकार ने मिलकर काम किया, देश सफल हुआ. दुनिया में भारत की एक अच्छी छवि का निर्माण हुआ. उन्होंने कहा कि आज जब देश अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे करने जा रहा है तब गवर्निंग काउंसिल की बैठक और महत्वपूर्ण हो गई है. मैं राज्यों से आग्रह करूंगा कि आज़ादी के 75 वर्ष के लिए अपने-अपने राज्यों में समाज के सभी लोगों को जोड़कर समितियों का निर्माण हो.
यह भी पढ़ें : चांदनी चौक में रातोंरात 'प्रकट' हुआ हनुमान मंदिर, पिछले महीने तोड़े जाने पर मचा था बवाल
'देश तेजी से आगे बढ़ना चाहता है'
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के बजट पर जिस तरह का सकारात्मक प्रतिक्रिया आई है, उसने जता दिया है कि 'मूड ऑफ द नेशन' क्या है. देश मन बना चुका है. देश तेजी से आगे बढ़ना चाहता है, देश अब समय नहीं गंवाना चाहता है. उन्होंने कहा कि हम ये भी देख रहे हैं कि कैसे देश का प्राइवेट सेक्टर, देश की इस विकास यात्रा में और ज्यादा उत्साह से आगे आ रहा है. सरकार के नाते हमें इस उत्साह का, प्राइवेट सेक्टर की ऊर्जा का सम्मान भी करना है और उसे आत्मनिर्भर भारत अभियान में उतना ही अवसर भी देना है.
राज्य सरकारों को प्रधानमंत्री का मंत्र
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान, एक ऐसे भारत का निर्माण का मार्ग है जो न केवल अपनी आवश्यकताओं के लिए बल्कि विश्व के लिए भी उत्पादन करे और ये उत्पादन विश्व श्रेष्ठता की कसौटी पर भी खरा उतरे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने विभिन्न सेक्टर्स के लिए पीएलआई स्कीम शुरू की हैं. ये देश में मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ाने का बेहतरीन अवसर है. राज्यों को भी इस स्कीम का पूरा लाभ लेते हुए अपने यहां ज्यादा से ज्यादा निवेश आकर्षित करना चाहिए.
यह भी पढ़ें : हिंदुओं के खिलाफ मुसलमानों का पहला जिहाद था केरल का मोपला विद्रोह
प्रधानमंत्री ने किया किसानों का भी जिक्र
बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने किसानों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि खाने की टेबल पर कई ऐसी चीजें आती है, जिसकी जरूरत नहीं है. ऐसे में किसानों को ऐसी खेती पर ध्यान देना है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें कृषि प्रधान देश कहे जाने के बावजूद भी आज 65,000-70,000 करोड़ का खाद्य तेल हम बाहर से लाते हैं. हम ये बंद कर सकते हैं, हमारे किसानों के खाते में पैसा जा सकता है. उन्होंने कहा कि इन पैसों का हकदार हमारा किसान है, लेकिन इसके लिए हमें अपनी योजनाएं उस तरह से बनानी होंगी.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कम्पाइन्स की संख्या जितनी कम होगी, लाइफ लिविंग के लिए बेहतर होगा. मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में कृषि से लेकर, पशुपालन और मत्स्यपालन तक एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया गया है. इसका परिणाम है कि कोरोना के दौर में भी देश के कृषि निर्यात में काफी बढोतरी हुई है.
HIGHLIGHTS
- नीति आयोग की 6वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक
- बैठक को प्रधानमंत्री मोदी ने किया संबोधित
- राज्य सरकारों को मोदी ने दिया खास मंत्र
Source : News Nation Bureau