नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन के मौके पर रविवार को नर्मदा जिले के केवड़िया में सरदार सरोवर नर्मदा बांध परियोजना का उद्घाटन किया। यह बांध देश का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा बड़ा बांध है।
इस बांध परियोजना और इस पर बनी बिजली परियोजना से चार राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश को लाभ मिलेगा।
यह बांध पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। केवड़िया स्थित इस बांध की ऊंचाई 138.68 मीटर की गई है। वहीं इसकी भराव क्षमता अब 4.73 मिलियन एकड़ हो गई है। यह देश का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है।
उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री बांध के पास बन रही सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशालकाय प्रतिमा 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के निर्माण का भी जायजा लेंगे। 182 मीटर ऊंची यह प्रतिमा विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी। अभी 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा माना जाता है।
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने दुनिया के दूसरे सबसे बड़े सरदार सरोवर बांध का किया उद्घाटन
इस परियोजना की शुरुआत का सपना आजादी से पहले 1946 में देखा गया था। इस बांध के निर्माण की शुरुआती नींव देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 5 अप्रैल 1961 में रखी थी।
कॉन्क्रीट के उपयोग के मामले में यह बांध देश का सबसे बड़ा बांध है। बांध प्रोजेक्ट के एक अधिकारी ने बताया कि इस बांध की लंबाई 1.2 किमी है, वहीं इसकी गहराई 163 मीटर है। यह अभी तक 4,141 करोड़ यूनिट बिजली दो पावरहाऊस की मदद से बना रहा है।
इस बांध की क्षमता 12,000 मेगावाट और 250 मेगा वाट है। जिसमें रिवर बेड पावर हाऊस और कनल हैड पावरहाऊल लगा हुआ है। इस बांध से बनी बिजली देश के तीन राज्यों में सप्लाई की जाएगी। जिसमें महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और गुजरात शामिल हैं।
इस बांध से देश के करीब 10 लाख किसान अपने खेतों में सिंचाई कर सकेंगे। इसके साथ ही कई गांवों तक पीने लायक पानी की पहुंच भी बढ़ेगी। इससे होने वाले फायदे का लाभ देश के करीब 4 करोड़ लोगों तक पहुंचेगी। इतना ही नहीं इस बांध की वजह से करीब 200 गांवों में बाढ़ आने का खतरा खत्म हो जाएगा। जिसमें भरुच शहर भी शामिल है।
यह भी पढ़ें: जानिए, आखिर कैसा है नरेंद्र मोदी के सपनों का सरदार सरोवर बांध
Source : News Nation Bureau