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अगले दो-तीन वर्षों में मिटा दिया जाएगा नक्सलवाद: राजनाथ सिंह

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) की एक विशिष्ट इकाई, त्वरित कार्रवाई बल(आरएएफ) की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर मंत्री ने कहा, 'परिस्थितियां बदल गई हैं और नक्सली अब केवल 10-12 जिलों में सिमटकर रह गए हैं.'

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Deepak Kumar
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अगले दो-तीन वर्षों में मिटा दिया जाएगा नक्सलवाद: राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री (आईएएनएस)

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केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में लंबे समय से चल रहे नक्सलवाद को दो-तीन वर्षो में 'पूरी तरह मिटा' दिया जाएगा. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) की एक विशिष्ट इकाई, त्वरित कार्रवाई बल(आरएएफ) की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर मंत्री ने कहा, 'परिस्थितियां बदल गई हैं और नक्सली अब केवल 10-12 जिलों में सिमटकर रह गए हैं.'

लखनऊ के सांसद सिंह ने कहा, 'हम दो-तीन वर्षो में यह समाचार प्राप्त करेंगे कि नक्सलवाद पूरी तरह उखाड़ फेका गया है.'

नक्सल प्रभावित इलाकों में सीआरपीएफ की भूमिका की तारीफ करते हुए सिंह ने कहा कि 3.5 लाख के इस मजबूत बल ने इस वर्ष जनवरी और 20 सितंबर के बीच 131 नक्सलियों को मार गिराया और 1,278 अन्य नक्सलियों को पकड़ा है.

उन्होंने कहा, 'कुल 58 नक्सलियों को सीआरपीएफ के समक्ष आत्मसमर्पण करना पड़ा. सुरक्षाबलों ने 1.29 करोड़ रुपये नकद बरामद करने के अलावा बड़ी मात्रा में हथियार व गोला-बारूद बरामद किए.'

इस प्रक्रिया में, नक्सलियों के गढ़ में सुरक्षाबलों के मारे जाने की घटना में बहुत कमी आई है.

नक्सल विद्रोह ने भारत के विभिन्न भागों में 1967 से हजारों लोगों की जिंदगियां समाप्त कर दी है. नक्सलियों को छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और झारखंड में सबसे ज्यादा सक्रिय माना जाता था.

उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर हमेशा भारत का अभिन्न अंग बना रहेगा. 

उन्होंने कहा, 'यह हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहेगा. दुनिया की कोई भी ताकत इसे हमसे छीन नहीं सकती.'

त्वरित कार्रवाई बल की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर मंत्री ने कहा, 'कश्मीर हमारा है, हमारा था और हमारा रहेगा. दुनिया की कोई भी ताकत इसे हमसे छीन नहीं सकती.'

आरएएफ दंगों, कानून-व्यवस्था के मामलों और साथ ही राहत एवं बचाव अभियानों में अपनी भूमिका निभाता है. उन्होंने कहा कि 'त्वरित कार्रवाई' का मतलब 'लापरवाह कार्रवाई' नहीं है.

उन्होंने कहा, 'आरएएफ को यह समझना चाहिए कि व्यवहार कैसे करना है, इसे कितना ज्यादा दबाव डालना चाहिए और कब इसे करना चाहिए.'

मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों को 'सभ्य' होना चाहिए न कि 'असभ्य'.

सिंह ने कश्मीरी लोगों और आतंकवादियों से निपटने के दौरान संतुलन बनाने के प्रयास के लिए सीआरपीएफ की सराहना की.

उन्होंने कहा, 'यदि कुछ कश्मीरी युवक कुछ ऐसी हरकतें करते हैं, जिसे उन्हें नहीं करना चाहिए, तो इसलिए क्योंकि उन्हें(युवाओं) कुछ लोग उकसाते हैं. आप उन्हें सही तरीके से संभालते हैं, क्योंकि आप महसूस करते हैं कि वे हमारे देश के हैं.'

सिंह ने कहा, 'लेकिन अगर कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो, दुनिया की कोई भी ताकत आपको उसे विफल बनाने से नहीं रोक सकती.'

मंत्री ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है और सुरक्षा बल आतंकवादियों को माकूल जवाब दे रहे हैं.

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आरएएफ की मांग को देखते हुए, सिंह ने कहा कि सरकार ने इसके लिए जयपुर, वाराणसी, मंगलुरू, हाजीपुर और नूह में नई बटालियन स्थापित करने की मंजूरी दी है.

Source : IANS

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