शिवसेना के विवाद को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने इस विवाद को लेकर खुद को अलग कर लिया है. मीडिया से बातचीत में पवार ने कहा कि वह शिवसेना की समस्या यानि ‘धनुष और तीर’ का चुनाव निशान छिन जाने पर कुछ बोलना नहीं चाहते हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे पर पवार ने कहा कि वह सहकारी परिषद के एक समारोह के लिए पुणे आए थे. हमारे बीच किसी तरह का कोई विवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने उनके साथ लंबी चर्चा की है.
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शरद पवार की ओर से इस तरह की प्रतिक्रिया चुनाव आयोग (Election Commission-EC) के उस आदेश के बाद आई है, जिसमें पार्टी का नाम ‘शिवसेना’और चुनाव निशान ‘धनुष और तीर’ एकनाथ शिंदे गुट को देने का निर्णय लिया गया है. चुनाव आयोग की ओर से लिए गए इस निर्णय को लेकर उद्धव ठाकरे गुट में भारी आक्रोश है. वहीं शिंदे गुट ने असली शिवसेना के रूप में मान्यता दिए जाने के निर्णय का स्वागत किया है. हालांकि अब उद्धव ठाकरे गुट का कहना है कि वह सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का रुख करेंगे. शिवसेना ने चुनाव आयोग पर भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगाया है.
इस दौरान शुक्रवार को शरद पवार ने कहा कि ‘यह चुनाव आयोग का निर्णय है. इस पर कोई टिप्पणी नहीं हो सकती है. पुराना चुनाव निशान न मिलने से कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा. क्योंकि जनता नए चुनाव निशान को भी अपना लेगी.’ पवार ने कहा कि उन्हें याद है कि इस तरह के हालात इंदिरा गांधी के सामने भी थे. उस समय कांग्रेस के पास ‘दो बैलों’ की जोड़ी थी. बाद में वो चुनाव निशान उनको नहीं मिला. कांग्रेस ने हाथ का पंजा नया चुनाव निशान चुना. बाद में जनता ने इसे भी अपना लिया. इसी तर्ज पर लोग उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना को भी नए चुनाव निशान के साथ अपना लेंगे.’
HIGHLIGHTS
- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने प्रतिक्रिया व्यक्त की
- EC के निर्णय को लेकर उद्धव ठाकरे गुट में भारी आक्रोश है
- उद्धव ठाकरे गुट का कहना है कि वह सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे