लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष एकजुट होने की कोशिश कर रहा हैं तो वहीं अब एनडीए भी अपने कुनबे को मजबूत करने की कवायद में जुट गया हैं. कर्नाटक में चुनाव के नतीजों ने बीजेपी नेतृत्व की चिंता बढ़ा दी है. इसके बाद से राजग में जान फूंकने का काम भाजपा ने आरंभ कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने अपने पूर्व सहयोगियों से बात करनी शुरू कर दी हैं ताकि लोकसभा चुनाव एक मजबूत गठबंधन बनकर तैयार हो जाए.
भाजपा के अनुसार, पंजाब में शिरोमणि अकाली दल, तेलंगाना की तेलगू देशम पार्टी तो कर्नाटक की जेडीएस से बातचीत करनी शुरू कर दी गई है. वहीं उत्तरप्रदेश में भी ओमप्रकाश राजभर की सुभासपा को एनडीए में जल्द शामिल किया जा सकता हैं. इसके अलावा बिहार में कई सारे छोटे राजनीतिक दलों को गठबंधन में शामिल करने की कोशिश हैं.
एनडीए का अभिन्न अंग रहे जदयू ही फिलहाल भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले दलों में अगुवा की भूमिका निभा रहा है. नीतीश कुमार लगातार विपक्षी दलों को एकजुट कर रहें हैं. ऐसे में बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व पुराने दलों को एक साथ लाने में जुट गया हैं.
एनडीए के मजबूती के संकेत मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री के वक्तव्य से मिल गए थे. इसमें उन्होंने छोटे दलों को साथ लेकर चलने को कहा था. ऐसे में जल्द ही एक बार फिर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले मजबूत राजग गठबंधन देखने को मिल सकता हैं.
Source : News Nation Bureau