किसान नेता सतनाम सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा हैं. उन्होंने कहा कि सरकार से हमे अभी तक कोई रिस्पांस नहीं मिला है. हम 3 महीनों से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे है, लेकिन सरकार हमारे किसानों के खिलाफ पर्चे दर्ज कर रही है जो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. सरकार हमें अग्रेसिव आंदोलन करने पर मजबूर ना करे. उन्होंने कहा कि हमने सरकार को बता दिया है अब सरकार की ड्यूटी है की वार्ता के लिए समय और जगह तय करे हम बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन अब वार्ता में अब प्रधानमंत्री हो तभी कोई हल निकल पायेगा.
यह भी पढ़ें : Farmers Protest Live : किसानों की 4 शर्तों के साथ बातचीत पर आज जवाब दे सकती है सरकार
सतनाम सिंह ने कहा कि बातचीत से सभी मसलो का हल निकलता है इसका भी हल निकल सकता है अगर इसे और देरी की गई तो ये ना किसानों के लिए अच्छा होगा ना ही देश के लिए अच्छा होगा. उन्होंने आगे कहा कि हम को बदनाम किया जा रहा है, खालिस्तानी, पाकिस्तानी कहा जा रहा है ऐसे में यूथ का उग्र होना नैचुरली है. उत्तराखंड से आये किसानों पर जिस तरह से एक्शन हुआ है हम पर भी दवाब है की ऐसे नहीं मानेगी सरकार और अब आगे जो होगा उसकी ज़िम्मेदार सरकार होगी.
यह भी पढ़ें : सिख गुरुओं की भूमिका पाठ्यक्रम का हिस्सा हो: योगी आदित्यनाथ
बता दें कि कृषि बिलों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 33वां दिन है. किसानों ने बातचीत फिर से शुरू करने का फैसला लेते हुए शनिवार को सरकार को चिट्ठी लिखी थी. किसानों ने मंगलवार 11 बजे मीटिंग करने का वक्त दिया था. उन्होंने 4 शर्तें भी रखीं. किसानों की चिट्ठी पर सरकार आज जवाब दे सकती है.
Source : News Nation Bureau