नेपाल और भारत ने साझेदारी और सहयोग के एक नए युग में प्रवेश पर सहमति जताई है. नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली और भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने और संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने पर सहमति जताई है. काठमांडू पोस्ट ने बुधवार को हुई बैठक के बारे में जानकार सूत्रों के हवाले से बताया कि जयशंकर ने प्रधानमंत्री ओली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश पहुंचाने के लिए मुलाकात की, जिसमें 'दोनों देशों द्वारा राजनीतिक स्थिरता प्राप्त करने के बाद नए सिरे से द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की गई है.'
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अघिकारियों ने बताया कि करीब एक घंटे तक चली बातचीत में जयशंकर ने ओली से कहा कि नीतिगत फैसले लेने के लिए दोनों देशों में सकारात्मक माहौल है.
ओली के विदेश संबंध सलाहकार राजन भट्टराई ने द पोस्ट से कहा कि ओली के दिए अपने संदेश में मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों को गतिशील और प्रगतिशील बनाने के लिए अपनी तत्परता व्यक्त की.
नेपाल द्वारा सितंबर, 2015 में संविधान अंगीकार करने के बाद से भारत से उसके रिश्ते बिगड़ गए थे. भारत ने नेपाल की सीमा पर पांच महीनों तक नाकेबंदी कर दी, जिस कारण नेपाल को परेशानी हुई थी.
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भट्टराई के मुताबिक, ओली ने बुधवार को जयशंकर से कहा कि उनके मोदी के साथ 'विशेष रिश्ते' हैं, और उन्होंने आपस में दोनों देशों के विकास और समृद्धि पर चर्चा की है. जयशंकर ने कहा कि भारत नेपाल का हर चीज में समर्थन करने के लिए तैयार है.