तीनों सेनाओं के सामंजस्य बनाने के लिए केंद्र सरकार ने लंबे समय बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बनाया. अब सरकार नई वायु रक्षा कमान (Air defense command) की स्थापना के संदर्भ में अक्टूबर में घोषणा कर सकता है. नई वायु रक्षा कमान भारतीय सेना की मिसाइलों जैसी कुछ परिसंपत्तियों को संभालेगी. तीनों सेनाओं (थल सेना, वायु सेना और नौ सेना) के बीच जुड़ाव पर ध्यान केंद्रित करते हुए नयी वायु रक्षा कमान की रूपरेखा तैयार करने के लिए इस साल एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया था.
सीडीएस के नेतृत्व में काम करेगी नई कमान
इस नई कमान का गठन तहत तरह की चुनौतियों से निपटने के लिए किया जाएगा. यह पूरी तरह प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) के कार्यक्षेत्र का हिस्सा है. सूत्रों का कहना है कि वायु रक्षा कमान वायुसेना की पश्चिमी कमान के तहत, (जिसका मुख्यालय दिल्ली में है) या मध्य कमान (जिसका मुख्यालय प्रयागराज में है) के तहत किसी क्षेत्र में स्थापित की जा सकती है.
इजराइल से खरीदी जाएगी दो और फाल्कन हवाई चेतावनी
हाल के दिनों में चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद को देखते हुए सरकार अपनी वायु सेना और सर्विलांस सिस्टम को और मजबूत करना चाहती है. इसी के लिए सरकार वायुसेना के लिये दो फाल्कन हवाई चेतावनी एवं नियंत्रण प्रणाली (अवाक्स) इजराइल से करीब एक अरब डॉलर में खरीदने को मंजूरी देने के अंतिम चरण में है. वहीं पूर्वी लद्दाख में अत्यधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर चीन के साथ भारत के जारी सीमा विवाद के बीच दो फाल्कन ‘अवाक्स’ खरीदने के लिये इजराइल के संबद्ध अधिकारियों के साथ बातचीत की गई है. वायुसेना के पास तीन फाल्कन ‘अवाक्स’ पहले से हैं. दो और मिल जाने से देश की हवाई रक्षा और अधिक मजबूत होने की उम्मीद है.
Source : News Nation Bureau