बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda) को पार्टी का 14वां राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है. वे निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुने गए हैं. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) समेत कई नेता इस मौके पर जेपी नड्डा के साथ मौजूद रहे. जेपी नड्डा के पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद अब पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) दोपहर बाद करीब 4 बजे बीजेपी हेडक्वार्टर (BJP Head Office) पहुंचेंगे और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. इस दौरान नए अध्यक्ष के तौर पर जेपी नड्डा का अभिनंदन किया जाएगा.
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बीजेपी के निवर्तमान अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) का कार्यकाल पिछले साल जनवरी में ही पूरा चुका था, लेकिन लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections) को देखते हुए उनका पद पर बने रहना लाजिमी था. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में जेपी नड्डा को जगह नहीं मिलने के बाद ही साफ हो गया था कि उन्हें पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया जाएगा. अमित शाह को गृह मंत्री बनाए जाने के बाद जेपी नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. आइए अध्यक्ष बनने के बाद जानते हैं जेपी नड्डा की ताकत और और चुनौतियों के बारे में:
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जे पी नड्डा की ताकत
- अपने संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं.
- बड़ी चुनौतियों का समाधान करने वालों में गिने जाते हैं.
- जे पी नड्डा को RSS का पूरा समर्थन रहा है.
- पीएम मोदी और अमित शाह नड्डा पर भरोसा करते हैं.
- 2019 लोकसभा चुनाव में यूपी की ज़िम्मेदारी निभाई.
- पार्टी 80 में से 64 सीटों जीतने में कामयाब रही.
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जे पी नड्डा की चुनौतियां
- शाह ने बीजेपी को जिस मुकाम पर पहुंचाया उसे बनाए रखना होगा.
- दिल्ली विधानसभा चुनाव नड्डा की सबसे पहली और बड़ी अग्निपरीक्षा.
- इसी साल अक्टूबर में बिहार विधानसभा चुनाव जीतना भी चुनौती.
- बिहार में जेडीयू से गठबंधन को बनाये रखना बड़ी चुनौती होगी.
- अप्रैल 2021 में बंगाल विधानसभा चुनाव में दमखम दिखाना होगा.
Source : News Nation Bureau