देश भर में मंगलवार को कारगिल विजय दिवस मनाया गया। इस मौके पर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी ने दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया।
इस दिन पूरे देश में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। 23 साल पहले 26 जुलाई 1999 को भारत के वीर जवानों ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ दिया था।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना की वीरता को याद करते हुए जवानों के जज्बे को सलाम किया। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, कारगिल विजय दिवस मां भारती की आन-बान और शान का प्रतीक है। इस अवसर पर मातृभूमि की रक्षा में पराक्रम की पराकाष्ठा करने वाले देश के सभी साहसी सपूतों को मेरा शत-शत नमन। जय हिंद!
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कारगिल विजय दिवस पर सशस्त्र बलों की बहादुरी, साहस और बलिदान को सलाम किया है। उन्होंने ट्वीट किया, भारत हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी, साहस और बलिदान को सलाम करता है। उन्होंने हमारी मातृभूमि की रक्षा के लिए बेहद कठोर परिस्थितियों में बहादुरी से लड़ाई लड़ी। उनकी वीरता और अदम्य भावना हमेशा भारत के इतिहास में एक निर्णायक क्षण के रूप में अंकित की जाएगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस मौके पर सेना की वीरता और संकल्प को याद किया। मुर्मू ने ट्विटर पर लिखा, कारगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता और ²ढ़ संकल्प का प्रतीक है। मैं भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी बहादुर सैनिकों को नमन करती हूं। सभी देशवासी हमेशा उनके और उनके परिवार के सदस्यों के ऋणी रहेंगे।
कारगिल युद्ध के इन शहीदों की याद में द्रास स्थित कारगिल युद्ध स्मारक समेत देशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए। कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना के वीर जवानों ने भारतीय वायुसेना की मदद से दुर्गम क्षेत्रों, बेहद खराब मौसम जैसी विषम स्थितियों में उस शत्रु पर विजय प्राप्त की, जो ऊंची पहाड़ियों पर कब्जा जमाए बैठा था।
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Source : IANS