देश की नई संसद वास्तु पूजा के साथ ही राष्ट्र को समर्पित कर दी गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया, जिसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और पीएम मोदी ने पूजा में हिस्सा लिया. इस दौरान कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं का नए संसद भवन को लेकर विरोध जारी रहा. बता दें कि विपक्ष ने पूर्व में ही इस कार्यक्रम को बहिष्कार करने का फैसला कर लिया था. विपक्ष का कहना था कि नए संसद भवन का उद्घाटन पीएम मोदी को नहीं, बल्कि देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए था. बता दें कि पीएम मोदी द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन करने को लेकर कुल 21 विपक्षी दलों ने एकजुट होकर बहिष्कार किया था. आइये आपको दिखाते हैं, किसने-कब और क्या-क्या बोला...
नई संसद भवन के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी का पहला ट्वीट आया. पीएम मोदी ने कहा कि संसद का नया भवन हम सभी को गर्व और उम्मीदों से भर देने वाला है. आज का दिन हम सभी देशवासियों के लिए अविस्मरणीय है.
जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देशवासियों को बधाई दी है, साथ ही बोले कि आजादी के अमृत काल में, भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जोड़ता यह राष्ट्रीय कार्य 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' के भाव को और अधिक संवर्धित करेगा.
वहीं, नए संसद भवन के उद्घाटन के कांग्रेस ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस की तरफ से नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि अब केंद्र अलग थलग पड़ चुका है. प्रमोद तिवारी ने कहा कि आज नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर कोई भी मौजूद नहीं था. केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेता मौजूद है.
इसके अलावा अगली प्रतिक्रिया नए संसद भवन को लेकर लालू यादव की पार्टी आरजेडी की तरफ से आई, जहां उसके आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक फोटो शेयर कर संसद भवन की डिजाइन की तुलना ताबूत से की गई.
वहीं JUD ने नए संसद भवन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने देश के इतिहास को कंलकित करने का काम किया है, जिसकी आलोचना की जानी चाहिए. JUD ने कहा कि भारत का इतिहास इस बात को याद रखेगा कि कैसे भाजपा के लोगों ने गौरवान्वित इतिहास को बदलने का काम किया है.
Source : News Nation Bureau