सुप्रीम कोर्ट ने गुरूवार को IPC 377 के खिलाफ दायर याचिका पर ऐतिहासिक सुनवाई करते हुए समलैगिंकता को अपराध के दायरे से बाहर कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सेक्शुअल ओरिएंटेशन (यौन रुझान) बयॉलजिकल है। इस पर रोक संवैधानिक अधिकारों का हनन है। कोर्ट ने कहा LGBT समुदाय के अधिकार भी अन्य लोगों की तरह हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद कुछ धर्मगुरुओं ने इसपर ऐतराज जताया है।
NEWS NATION पर 'बड़ा सवाल' कार्यक्रम में इसी मुद्दे पर चर्चा की गई। एंकर अजय कुमार ने गेस्ट पैनलिस्ट से इस मुद्दे पर चर्चा की। हमारे गेस्ट पैनलिस्ट में थे-
- महंत नवल किशोर दास, महामंडलेश्वर और केंद्रीय मार्ग दर्शक मंडल के सदस्य
- संगीत रागी, संघ विचारक
- साजिद रशीदी, धर्मगुरू
- मीना मुखर्जी, डायरेक्टर, ट्रांसजेंडर और ह्यूमन राइट
- स्वामी चक्रपाणी महाराज, संत महासभा के अध्यक्ष
- किरण रॉय, एलजीबीटी एक्टिविस्ट
- नीतू कुमारी, सोशल एक्टिविस्ट
- रोहित वर्मा, फैशन डिजाइनर जो मुंबई से हमारे साथ जुड़े हुए हैं।
- रजा मुराद, एक्टर ये भी मुंबई से जुड़े हुए हैं।
- लक्ष्मी त्रिपाठी, एलजीबीटी सदस्य
- निशिता बेरी, एक्टविस्ट
देखें पूरा शो-
इन लोगों ने सदियों पुरानी समलैंगिकता आज के दौर में गलत क्यों ? सिकंदर से लेकर मुगल सल्तनत में थी समलैंगिकता ? आज के समाज को क्यों है जैसे सवालों पर अपनी राय रखी।
समलैंगिक कुरान में गुनाह माना गया है: साजिद रशीदी, धर्मगुरू#Section377 #NNbadasawal pic.twitter.com/A39197VcLZ
— News State (@NewsStateHindi) September 7, 2018
#Sec377 ने सभी विचारधाराओं और धर्मों को एक किया है लेकिन #MobLynching जैसे मामले में सब की अलग राय है: लक्ष्मी त्रिपाठी, एलजीबीटी सदस्य pic.twitter.com/rPvnswajeF
— News State (@NewsStateHindi) September 7, 2018
समलैंगिकत से सबसे ज्यादा बिमारी बढ़ रही है, एड्स भी सबसे ज्यादा इसी से बढ़ रहा है: स्वामी चक्रपाणी महाराज, संत महासभा के अध्यक्ष#Section377 #LBGT #NNbadasawal pic.twitter.com/LCG7daXszg
— News State (@NewsStateHindi) September 7, 2018
देश की सीमा पर लोग जवान जान दे रहे और ये लोग समलैंगिकता, समलैंगिकता कर रहे है: स्वामी चक्रपाणी महाराज, संत महासभा के अध्यक्ष#NNbadasawal #LGBTQ #Section377 pic.twitter.com/lsd8skNpOW
— News State (@NewsStateHindi) September 7, 2018
Source : News Nation Bureau