सुंदरबन में रह रहे जीव-जंतुओं की सुरक्षा के लिये एनजीटी ने ध्वनि प्रदूषण और कचरे से हो रहे प्रदूषण पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है।
एनजीटी की कोलकाता बेंच के जज पी वांगड़ी और पीसी मिश्रा ने मामले को स्वत: संज्ञान में लेते हुए गृह मंत्रालय, पर्यावरण मंत्रालय, पर्यटन मंत्रालय और पंचयती राज मंत्रालय को सुंदरबन में प्राकृतिक परिवेश को बनाए रखने निर्देश दिया है।
पर्यावरणविद् और एनजीटी ने एमिकस क्यूरी सुभाष दत्ता ने कहा, 'ठंड के मौसम में सैकड़ों गाड़ियां, नाव और स्टीमर पर्यटकों के ले आते और ले जाते हैं, जिससे ध्वनि, वायु और कचरे से नदियों में प्रदूषण होता है।'
सुंदरबन में जैव विविधता को देखते हुए एनजीटी ने सरकार को ये हिदायत दी है। पिछले कुछ सालों में इस इलाके में प्रदूषण बढ़ा है। साथ ही एनजीटी ने यहां स्थित 174 होटलों और रेस्तरां की निगरानी करने के निर्देश भी दिये हैं।
Source : News Nation Bureau