राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस भेजकर उन्नाव में रेप पीड़िता के पिता की कस्टडी में हुई मौत पर जवाब मांगा है।
आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेश (डीजीपी) को नोटिस जारी कर इस मामले का विस्तृत जवाब मांगा है। साथ ही कहा है कि एफआईआर दर्ज नहीं करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई भी करे।
एनएचआरसी ने कस्टडी में हुई मौत के लिए आयोग से 24 घंटे तक संवाद नहीं करने के लिए डीजीपी से स्पष्टीकरण भी मांगा है।
एनएचआरसी ने एक बयान में कहा, 'जेल में लाने वक्त मृतक की स्वास्थ्य स्क्रीनिंग रिपोर्ट और जेल अधिकारियों के द्वारा उपलब्ध कराई गए इलाज सुविधाओं की रिपोर्ट मांगी गई है। उन्हें जवाब के लिए चार हफ्तों का समय मांगा गया है।'
राज्य के मुख्य सचिव को निर्देश दिया गया है कि इस मामले की जांच वो व्यक्तिगत रूप से करें ताकि पीड़ित के परिवारवालों को और अधिक परेशान न होना पड़े।
रेप पीड़िता के पिता की मौत सोमवार को हिरासत में हो गई थी, बता दें कि इन्होंन ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाया था।
इससे पहले मंगलवार को लखनऊ लॉ एंड ऑर्डर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेश (एडीजी) आनंद कुमार ने कहा कि मामले की तहकीकात के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की जाएगी।
रविवार को रेप पीड़िता ने अपने परिवार के साथ लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने आत्महत्या करने की कोशिश की थी और आरोप लगाया था कि बीजेपी नेता और उनके साथी ने उसके साथ रेप किया।
इसके बाद पीड़िता के पिता को उसी स्थान से हिरासत में ले लिया गया। हालांकि रविवार रात को ही पेट दर्द और उल्टी की शिकायत पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और कुछ ही घंटों बाद मंगलवार सुबह को उनकी मृत्यु हो गई।
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Source : News Nation Bureau