राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की निर्मम हत्याकांड ने पुरे देश को हिला के रख दिया है. कन्हैयालाल की हत्याकांड की केस एनआईए जांच कर रही है. एनआईए की जांच में सामने आया है कि कन्हैया की हत्या के पीछे पकड़े गए सिर्फ दो आरोपी रियाज मोहम्मद और गौस मोहम्मद ही नहीं है. इस हत्याकांड को सेल्फ रेडिकलाइज्ड लोकल संगठन ने अंजाम दिया है, जिसमें 10 से 12 लोग शामिल हो सकते हैं. ये लोग स्लीपर सेल की तरह आम लोगों के बीच घुल मिल कर रह रहे थे. इनका तरीका आतंकी संगठन जैसा है. इन आरोपियों की आतंकी संगठन से कनेक्शन तलाशे जा रहे हैं.
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सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि इन आरोपियों का यहां कनेक्शन और साथी हो सकते हैं. एनआईए जांच कर रही है कि सेल्फ रेडिकलाइज्ड लोकल संगठन की लिंक देश भर में और कहां-कहां पर हैं. एनआईए कन्हैयालाल के हत्या के मामले की लिंक गुजरात और महाराष्ट्र में इस तरह से हुई हत्याओं के कनेक्शन की भी जांच कर रही है.
21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे नाम के शख्स को नूपुर शर्मा की टिप्पणी का समर्थन करने पर सिर कलम कर दिया गया था. इस हत्याकांड में अब्दुल. शोएब, मुदस्सिर और शाहरुख को गिरफ्तार किया गया था. इससे पहले गुजरात के धंदुका में दुकानदार किशन भाड़वाड़ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में दो आरोपी शब्बीर और इम्तियाज को गिरफ्तार किया गया था.
ये सभी घटनाएं एक सी लग रही हैं और एनआईए इ सभी घटनाओं की पैटर्न की जांच कर रही है. हालांकि सभी मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों ने घटना को छुपाने की कोशिश नहीं की जिसकी वजह से वह वो आसानी से पकड़े गए.