असिया अंद्राबी के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. कोर्ट ने आसिया और उनके सहयोगियों के खिलाफ भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने, देशद्रोह और देश में आतंकी साजिश रचने के आरोपों में पटियाला हाउस कोर्ट में आरोप तय किए हैं. 56 साल की आसिया की पहचान कश्मीर की पहली अलगाववादी नेता के तौर पर हैं. वह महिला संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत की संस्थापक हैं. भारत में इस संगठन को प्रतिबंधित किया गया है. आसिया को पाकिस्तान का कुख्यात आतंकी हाफिज सईद अपनी मुंहबोली बहन मानता है. आसिया पर देश के खिलाफ जंग छेड़ने का आरोप लगा है.
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आसिया अंद्राबी हर साल पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर श्रीनगर में पाकिस्तान का झंडा फहराती है. इस साल भी आसिया ने 14 अगस्त को भड़काऊ भाषण दिया था. उसने अपने भाषण में कहा कि था कि उसके लिए या तो लोग या तो मुसलमान हैं या फिर काफिर. आसिया के खिलाफ पहले भी सुरक्षा बलों ने देशद्रोह सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं. आसिया अंद्राबी इस वक्त दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है. 2019 में NIA ने आसिया पर शिकंजा कसते हुए उसके मकान को जब्त कर लिया था.
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आपको बता दें कि आसिया अंद्राबी अलगाववादी संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत से जुड़ी हुई हैं. NIA ने आसिया अंद्राबी और दुख्तरान-ए-मिल्लत की दो अन्य महिलाओं को देशद्रोह के आरोप में 5 जुलाई 2018 को गिरफ्तार किया था. दरअसल, तीनों पर कश्मीर में टेरर फंडिंग करने से लेकर पत्थरबाजी के लिए महिलाओं को उकसाने तक के गंभीर आरोप हैं. इसके अलावा भड़काऊ भाषण, मादक पदार्थों की तस्करी के भी कई मामले दर्ज किए गए हैं. NIA द्वारा लगाए गए आरोपों में कहा गया था कि अलगाववादी संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत ने 23 मार्च 2018 को ‘पाकिस्तान दिवस’ के रूप में मनाया था. कार्यक्रम में मौजूद आसिया अंद्राबी ने यहां भड़काऊ भाषण दिया था, साथ ही कार्यक्रम में पाकिस्तान का राष्ट्रगान भी गाया गया था.
Source : News Nation Bureau