राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) में मासूम लड़कियों की भर्ती से जुड़े एक मामले में पांच आरोपियों के खिलाफ विजयवाड़ा में विशेष एनआईए अदालत के समक्ष आरोप पत्र दायर किया है. मामला शुरू में विशाखापत्तनम के पेद्दाबयालु पुलिस स्टेशन द्वारा दर्ज किया गया था और बाद में जून 2022 में एनआईए द्वारा फिर से दर्ज किया गया. अधिकारियों के मुताबिक, राधा नाम की लड़की को पार्टी में शामिल किए जाने की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है.
शिकायत में लगाए गए आरोप से संकेत मिलता है कि आरोपी डोंगरी देवेंद्र, दुबासी स्वप्ना और चुक्का शिल्पा ने राधा को चैतन्य महिला संघ (सीएमएस) में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और बाद में भूमिगत माओवादियों, आरके (मृतक के बाद से) उदय, अरुणा आदि के नेतृत्व में उसे कट्टरपंथी संगठन, भाकपा (माओवादी) में भर्ती किया. जांच से पता चला है कि आरोपी डोंगरी देवेंद्र, दुबासी स्वप्ना और चुक्का शिल्पा ने सामाजिक कार्य की आड़ में भोली-भाली युवा लड़कियों को संगठन सीएमएस में फंसाया था और उन्हें प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) के पास भेजा जाता था.
जांच में पता चला कि आरोपी ने कुछ अन्य लड़कियों को भाकपा (माओवादी) में भर्ती किया था और कई अन्य को प्रभावित करने का प्रयास किया था. आरोपी देवेंद्र किसी को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के बहाने राधा को जंगल में ले गया था और फिर उदय और अरुणा ने उसे प्रतिबंधित संगठन में शामिल होने के लिए मजबूर किया. बड़ी साजिश में सीएमएस, एक संगठन और उसके नेताओं की भूमिका की जांच की जा रही है. मामले में आगे की जांच जारी है.
Source : IANS