फारूक अहमद डार उर्फ 'बिट्टा कराटे', जावेद अहमद बाबा उर्फ 'गाजी' और नईम खान ने एनआईए के पूछताछ में कबूल किया है कि सैय्यद अली शाह गिलानी को नियमित रूप से पाकिस्तान से पैसे मिलते थे।
गिरफ्तार अलगावादी नेताओं ने बताया कि गिलानी को पाकिस्तान से अलग-अलग तरीके से पैसे मिलते थे। गिलानी को हवाला और क्रॉस बॉर्डर ट्रेड के जरिए सबसे ज्यादा पैसा मिलता था।
दिल्ली में एनआईए ऑफिस में पूछताछ के दौरान तीनों हुर्रियत नेताओं ने कबूला कि उन्हें भी पैसे मिलते थे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हमलोग तो इस खेल में सिर्फ मोहरे हैं, वजीर तो कोई और है।
सूत्रों की माने तो ऐसा माना जा रहा है कि तीनों अलगाववादी नेताओं से पूछताछ के बाद NIA गिलानी पर शिकंजा कस सकता है। बताया जा रहा है कि यह मामला सामने आने के बाद गिलानी से भी पूछताछ की जा सकती है।
इसे भी पढ़ेंः केरल में कांग्रेस सचिव का विवादास्पद बयान, बोले- बछड़े की हत्या के दोषियों का मुंह काला करने वाले को एक लाख रुपये दूंगा इनाम
NIA ने 150 FIR और 13 चार्जशीट को भी पाकिस्तानी फंडिंग मामले से जुड़े इस जांच में शामिल कर लिया है। जांच एजेंसी इन सभी मामलों में विस्तार से जानकारी जुटा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान NIA को कई पुख्ता सबूत मिले हैं। इस आधार पर NIA पाकिस्तान फंडिंग के मामले में जल्द ही FIR भी दर्ज कर सकती है।
इसे भी पढ़ेंः हिजबुल कमांडर सबजार अहमद के मारे जाने के बाद कर्फ्यू जारी
Source : News Nation Bureau