एनआईए ने भारत और म्यांमार की करेंसी के साथ भारी मात्रा में विस्फोटक बरामदगी के मामले में मिजोरम के आइजोल, चंपई और कोलासिब जिलों में छापेमारी की. जब्त की गई रकम और हथियारों की ये खेप म्यांमार में एक संगठन को भेजी जानी थी. दरअसल मिजोरम के टीपा थाने के जॉनलिंग इलाके में एक गाड़ी से 1,000 डेटोनेटर, 4,500 मीटर डेटोनेटर फ्यूज, 2,421.12 किलोग्राम विस्फोटक के साथ भारत और म्यांमार की करेंसी बरामद की गई थी.
इस बरामदगी के मामले में 21 जनवरी को मिजोरम के सैहा जिले के टीपा थाने में पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद 21 मार्च को मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए को इसकी जांच सौप दी गई थी. जांच में सामने आया कि ये पैसा और हथियारों की खेप म्यांमार के संगठन चिन नेशनल फ्रंट को भेजी जानी थी, जो म्यांमार सरकार के खिलाफ हथियार और विस्फोटक जमा कर रहा है. एनआईए ने इस मामले में आइजोल, चंपई और कोलासिब जिलों में पांच जगह पर छापेमारी की है. सूत्रों के मुताबिक इस छापेमारी में कई डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज जब्त किए गए हैं.
एजेंसी ने कहा कि यह खेप म्यांमार स्थित संगठन चिन नेशनल फ्रंट (सीएनएफ) को भेजी जानी थी, जो म्यांमार सरकार के खिलाफ हथियार और विस्फोटक जमा करने में जुटा है. एजेंसी ने कहा कि छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरण और दोष साबित करने वाले दस्तावेज जब्त किए गए हैं. मामले की जांच जारी है.
HIGHLIGHTS
- जॉनलिंग इलाके से बरामद हुए भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक
- आइजोल, चंपई और कोलासिब जिलों में पांच जगह पर छापेमारी की