एनआईए की विशेष अदालत ने अलगाववादी नेता यासिन मलिक की न्यायिक हिरासत को 23 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है. इससे पहले टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने अलगाववादी नेताओं के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दायर की. इस चार्जशीट में अलगाववादी नेता शब्बीर शाह, यासीन मलिक, मसर्रत आलम और राशिद इंजीनियर के नाम शामिल थे इन अलगाववादी नेताओं पर टेरर फंडिंग का मामला दर्ज था. एनआईए द्वारा दाखिल किए गए आरोप पत्र में इन अलगाववादी नेताओं पर पाकिस्तान से लेकर दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के जरिए हुई टेरर फंडिंग का पूरा खुलासा किया है.
आरोप पत्र में खुलासा कि किस तरह से हाफिज सईद के जरिए आए इन लोगों को पैसों को जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली तक आतंकी गतिविधियों में खर्च किया है. आरोप पत्र में यह भी बताया गया है कि आसिया अंद्राबी हाफिज सईद और उनकी दोनों पत्नियों से उम्मी तला और नूर जहां से भी फोन पर संपर्क में रहती थी. आरोप पत्र में यह खुलासा भी किया गया है कि आशिया अपने दोनों बेटों को जो पैसा भेजती थी वह पैसा आतंक के नाम पर जकात के जरिए इकट्टा किया जाता था.
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आरोप यह भी कि जो पैसा भेजा गया उसमें हाफिज सईद का दिया हुआ पैसा भी शामिल था. आरोप पत्र में इन पांचों की भूमिका को सिलसिलेवार तरीके से बताया गया है और यह भी बताया गया है कि किस तरह से इनके पास आतंक का फंड पाकिस्तान के जरिए आया इन पांचों को फिलहाल एनआईए ने गिरफ्तार किया हुआ है. सूत्रों के मुताबिक आज दायर होने वाले आरोप पत्र में यूपीए के नए कानून के तहत इन पांचों पर धाराएं लगाई गई है.
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HIGHLIGHTS
- NIA स्पेशल कोर्ट ने बढ़ाई यासिन मलिक की मुश्किलें
- हाफिज सईद ने की थी यासिन मलिक को टेरर फंडिंग
- NIA कोर्ट ने 23 अक्टूबर तक बढ़ाई मलिक की हिरासत