लगातार हो रहे रेल हादसों से परेशान रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर एनआईए से जांच कराने की मांग की है। रेल मंत्रालय को आशंका है कि रेल की पटरियों से छेड़छाड़ की जा रही है और इसके पीछे किसी आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है।
23 जनवरी को लिखी सुरेश प्रभु की चिट्ठी में आशंका जताई गई है कि रेल गाड़ियों के पटरी से उतने के पीछे बाहरी असामाजिक तत्वों या आतंकियों का हाथ होने की आशंका है।
उन्होंने अपनी चिट्ठी में आंध्र प्रदेश में कुनेरु स्टेशन के पास हुए हीराखंड एक्सप्रेस का ज़िक्र भी किया है। इसके अलावा इस महीने की शुरुआत में कोरापुट-किरांदुल सेक्शन में दो मालगाड़ियों के पटरी से उतरने की भी बात की गई है। जिसमें पटरियों को उड़ाने के लिये कुकर बम का इस्तेमाल किया गया था। कानपुर हादसे का भी ज़िक्र किया गया है। जिसमें रेलवे ट्रैक पर तोड़-फोड़ के निशान थे। इसके अलावा बरौनी-समस्तीपुर स्टेशन के बीच रेल ट्रैक पर अवरोध भी पैदा किया गया था।
कानपुर में इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे का भी ज़िक्र किया गया है जिसमें 150 लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा है, "बिहार पुलिस ने हाल ही में खुलासा किया है कि कुछ लोगों को ट्रेनिंग दी गई है जिससे वो रेलवे ट्रैक में छेड़छाड़ कर सकें और रेल हादसे करवा सकें। हो सकता है कि हाल में हुए रेल हादसों में इन लोगों का हाथ हो।"
सुसरेश प्रभु ने ट्वीट भी कर कहा है, "सभी लोगों से अनुरोध है कि वो सतर्क रहें, ताकि अमानवीय कृत्य में शामिल लोगों की योजना को फेल किया जा सके।"
उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षा बलों को भी निर्देश दिया है कि वो सतर्क रहें और जनता से भी कहा है कि इस तरह की गतिविधि को देखते ही पुलिस और रेलवे सुरक्षा बलों को जानकारी दें।
इधर गृह मंत्रालय ने मोतीहारी में रेलवे ट्रैक पर मिले बम मामले की जांच एनआईए को सौंप दी है।
Source : News Nation Bureau