कश्मीर में पत्थरबाजी और आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कथित तौर पर पाकिस्तान से फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किए गए सात अलगाववादी नेताओं को एनआईए आज दिल्ली के कोर्ट में पेश करेगी। एनआईए ने इन अलगाववादी नेताओं को सोमवार को गिरफ्तार किया था।
अलगाववादी नेताओं की गिरफ्तारी से भड़के कुछ लोगों ने विरोध में कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी की और सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाया। वहीं गिरफ्तारी को हुर्रियत नेताओं ने अवैध, प्रतिशोधपूर्ण और मनमाना कार्रवाई बताते हुए कश्मीर घाटी में मंगलवार को बंद का आह्वान किया है।
हुर्रियत नेताओं- सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक ने इन गिरफ्तारियों की निंदा करने के लिए कश्मीर बंद का आह्वान किया है।
#ExpectToday: NIA to produce 7 separatists including Naeem Khan & Bitta Karate,arrested yesterday, in a Delhi court over terror funding case pic.twitter.com/2A3fb3hvto
— ANI (@ANI_news) July 25, 2017
सरकार बोली, 'आतंकियों को खत्म करना है'
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने कहा, 'आतंकियों और अलगाववादियों ने शांति भंग कर रखी है। आतंकियों को खत्म करना है और अलगाववादियों को उनकी जगह दिखानी है।'
जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने एनआईए की कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि सभी जम्मू-कश्मीर में समस्या पैदा कर रहे थे।
इन अलगाववादियों को किया गया है गिरफ्तार
श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस और एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार नेताओं में नईम खान, फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे, अल्ताफ अहमद शाह, शाहिद-उल-इस्लाम, अयाज अकबर, पीर सैफुल्ला तथा राजा मेहराजुद्दीन कलवल शामिल हैं।
अल्ताफ शाह जम्मू एवं कश्मीर को पाकिस्तान के साथ मिलाने की पैरवी करने वाले हुर्रियत के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली गिलानी के दामाद हैं। वहीं, शाहिद इस्लाम हुर्रियत के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक के करीबी सहयोगी हैं। अकबर, गिलानी की अगुवाई वाले हुर्रियत के प्रवक्ता हैं।
कराटे को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य को श्रीनगर में गिरफ्तार किया गया।
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श्रीनगर से गिरफ्तार अलगाववादी नेता को सोमवार को दिल्ली लाया गया। नई दिल्ली बीते कई दशकों से इस्लामाबाद पर कश्मीरी अलगाववादियों का धन मुहैया कराने, हथियार मुहैया कराने तथा उन्हें प्रशिक्षित करने का आरोप लगाता रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है कि पाकिस्तान से धन लेने के आरोप में हुर्रियत के इतने सारे नेताओं को गिरफ्तार किया गया है।
स्टिंग में हुआ था खुलासा
गिलानी के अगुवाई वाले हुर्रियत ने नईम खान को एक टीवी स्टिंग ऑपरेशन में यह स्वीकार किए जाने के बाद निलंबित कर दिया था कि हुर्रित के नेता कश्मीर घाटी में विध्वंसक गतिविधियों के लिए पाकिस्तान से धन लेते रहे हैं।
एनआईए ने मई 2017 में हुए इस खुलासे के बाद उक्त लोगों से पूछताछ की थी। शाह से दिल्ली में लगभग दो सप्ताह तक पूछताछ की गई थी।
एनआईए ने श्रीनगर, जम्मू, दिल्ली तथा हरियाणा में छापेमारी की थी और कथित तौर पर पाकिस्तान से आने वाले धन को लेने वाले, मध्यस्थता करने वाले तथा अंतिम लाभार्थियों से संबंधित सबूत बरामद किए थे।
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एनआईए ने हाफिज को भी बनाया है आरोपी
एनआईए ने अपनी प्राथमिकी में पाकिस्तान के जमात-उद-दावा व प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद को आरोपी के रूप में नामजद किया है। इसके अलावा हुर्रियत, हिजबुल मुजाहिदीन तथा दुख्तरान-ए-मिल्लत जैसे संगठनों को भी नामजद किया है।
छापेमारी के दौरान एनआईए ने कई खाते, दो करोड़ रुपये नकद तथा लश्कर व हिजबुल सहित प्रतिबंधित आतंकवादी समूहों के लेटरहेड बरामद किए थे।
एनआईए ने संपत्ति से संबंधित कागजात, पेन ड्राइव, लैपटॉप, मोबाइल फोन, फोन डायरी, रसीद तथा वाउचर बरामद किए थे, जिससे हवाला के जरिए भुगतान का खुलासा हुआ है।
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HIGHLIGHTS
- गिरफ्तार किए गए अलगाववादी नेताओं को आज कोर्ट में पेश करेगी एनआईए
- पाकिस्तान से आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए फंडिंग के आरोप में सोमवार को हुई थी गिरफ्तारी
Source : News Nation Bureau