इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) एक बार फिर से इंटरपोल की मदद लेने जा रही है। एनआईए मंगलवार को इंटरपोल से नाइक के खिलाफ ताजा रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की दोबारा मांग करेगी।
इंटरपोल ने सबूतों के अभाव में पहले ही जाकिर नाईक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने से इन्कार कर दिया था। इसके साथ ही दुनियाभर में फैले अपने ऑफिसर्स को जाकिर से डाटा डिलीट भी करने का निर्देश दिया था।
इंटरपोल ने एनआईए की ओर से दिए गए सबूतों को नाकाफी बताते हुए जाकिर के वकील को 11 दिसंबर 2017 को एक पत्र भेजा जिसमे कहा गया भारतीय एजेंसियों की तरफ से उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के आग्रहों को पर्याप्त सबूतों के अभाव में खारिज कर दिया गया है।
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इस सबंध में एनआईए का कहना है कि पहले चार्जशीट दाखिल न करने की वजह से ऐसा हुआ था। हालांकि अब एनआईए मजबूत चार्जशीट के साथ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का नया आवेदन देगी जिसे अक्टूबर में दाखिल किया जा चूका है।
आपको बता दें कि जाकिर नाईक के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) और भारतीय दंड संहिता की धारा 20 (बी), 153 (ए), 295 (ए), 298 और 505 (2) के तहत आरोप लगे हैं।
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Source : News Nation Bureau