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निर्भया के हत्‍यारों को लगा बड़ा झटका, फांसी से बचने की याचिका कोर्ट ने खारिज की

अब यह साफ हो गया है कि दोषियों के वकील कम से कम तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा जरूरी दस्तावेज मुहैया न कराने का हवाला देकर मामला लटकाने की कोशिश नहीं कर पाएंगे.

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Kuldeep Singh
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निर्भया के हत्‍यारों को लगा बड़ा झटका, फांसी से बचने की याचिका कोर्ट ने खारिज की

निर्भया केस के आरोपी मुकेश, अक्षय, विनय और पवन( Photo Credit : फाइल फोटो)

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निर्भया दुष्कर्म मामले (Nirbhaya Gangrape Case) के चार में तीन दोषियों विनय, पवन और अक्षय ठाकुर के वकील ए. पी. सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली (Delhi) की पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दाखिल की. इस याचिका में कहा गया कि तिहाड़ जेल (Tihar Jail) प्रशासन ने अब तक उन्हें संबंधित कागजात उपलब्ध नहीं कराए हैं. इस पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता को कागजात उपलब्ध करा दिए गए. अब यह साफ हो गया है कि दोषियों के वकील कम से कम तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा जरूरी दस्तावेज मुहैया न कराने का हवाला देकर मामला लटकाने की कोशिश नहीं कर पाएंगे. 

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निर्भया के दोषियों को फांसी की सजा के लिए एक फरवरी का डेथ वारंट जारी हो चुका है. फांसी से बचने के लिए दोषी सभी तरह के हथकंडे अपनाने में लगे हैं. अब दोषियों के वकील एपी सिंह ने अदालत (Court) में कहा कि जेल प्रशासन को कागजात प्रदान कराने संबंधी निर्देश जारी किए जाएं, जिससे वह फांसी की सजा पाए दोषियों को शेष कानूनी उपचार (उपचारात्मक याचिका और दया याचिका) उपलब्ध करा सके. इस मामले में सुनवाई के दौरान सरकारी वकील इरफान अहमद ने कोर्ट को बताता कि दोषी के वकील की ओर से मांगे गए दस्तावेज पहले ही उन्हें दिए जा चुके हैं. हमारे पास रसीद भी है. अब दोषियों के वकील एपी सिंह गैरजरूरी दस्तावेजों का हवाला देकर जानबूझकर कर मामले को लटकाने की कोशिश कर रहे हैं.

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इस पर दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा कि कुछ कागजात उन्हें शुक्रवार रात साढ़े दस बजे मिले हैं. विनय की डायरी अभी तक नहीं मिली है. बाकी दोषियों के मेडिकल रिकॉर्ड भी नहीं मिले है. उन्होंने कहा कि 22 तारीख को हमने विनय से मुलाकात की लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद अभी तक 160 पेज की विनय की डायरी नहीं मिली. दया याचिका दाखिल करने के लिए डायरी ज़रूरी है. विनय को जेल के अंदर धीमा जहर दिया गया. उसके हाथ में फ्रैक्चर हुआ. विनय की हालत अभी ठीक नही हैं.

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एपी सिंह ने कहा कि विनय 7 दिन से हड़ताल पर है. मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद चीजें साफ हो जाएगी. जेल में रहते हुए विनय ने कुछ पेटिंग भी बनाई. तिहाड़ हाट में उसकी पेंटिंग्स की बिक्री भी हुई. मैंने उनके बारे में जानकारी चाहता हूं कि आखिर उसकी पेंटिंग्स से क्या कमाई हुई. एपी सिंह ने कहा कि सितंबर 2013 में पवन का मंडोली जेल में सर फाड़ दिया गया, काफी टांके आये. जीटीबी अस्पताल में उसका इलाज हुआ. सरकारी वकील ने कहा कि इस मामले में एपी सिंह पहले ही दिन से वकील हैं. हम सारे जरूरी दस्तावेज दे चुके हैं विनय की जेल में लिखी डायरी ( डायरी दरिंदा के नाम से ) और उसकी पेंटिंग्स हम कोर्ट में लेकर आये हैं. हम ये अभी पेश कर रहे हैं, इसके अलावा हमारे पास और कोई दस्तावेज नहीं है.

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कोर्ट ने किया याचिका का निपटारा
कोर्ट ने निर्भया के दोषी एपी सिंह की याचिका का निपटारा करते हुए कहा कि इस मामले में अब कोई निर्देश की ज़रूरत नहीं है. तिहाड़ जेल प्रशासन का कहना है कि उन्होंने अपने पास उपलब्ध सभी दस्तावेज दोषियों के वकील का सौंप दिए हैं. अब और कोई दस्तावेज उनके पास नहीं है. अब यह साफ हो चुका है कि दोषियों के वकील कम से कम तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा ज़रूरी दस्तावेज मुहैया न कराने का हवाला देकर मामला लटकाने की कोशिशें नहीं कर पाएंगे.

Source : Arvind Singh

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