आखिरकार 7 साल बाद ही सही दिल्ली में हुई भयावह गैंगरेप की पीड़िता निर्भया को इंसाफ मिलने जा रहा है. 1 फरवरी को निर्भया के सभी दोषियों को फांसी के फंदे पर पर लटकाया जाएगा. मौत से पहले तिहाड़ जेल में दोषियों से जेल प्रशासन ने नोटिस देकर उनसे उनकी आखिरी इच्छा पूछी है. इसके बाद से ही निर्भया के दोषी फांसी का सोच-सोच कर तिल-तिल मर रहे हैं वो न खाना खा पा रहे है और न ही ढंग से सो पा रहे हैं. मौत की तारीख के करीब आते ही दोषियों का चैन खो गया है और वो डर के मारे अपनी आखिरी इच्छा भी नहीं बता पा रहे हैं.
और पढ़ें: Nirbhaya Case: तिहाड़ जेल में बने फ्लैट में रहेगा पवन जल्लाद, ऐसी होगी व्यवस्था
जेल प्रशासन ने निर्भया को दोषियों से पूछा है कि वो अपनी मौत से पहले अंतिम बार किससे मिलना चाहते हैं. इसके साथ ही उनके नाम कोई प्रॉपर्टी है तो क्या वह उसे किसी के नाम ट्रांसफर करना चाहते हैं, कोई धार्मिक किताब पढ़ना चाहते हैं या किसी धर्मगुरु को बुलाना चाहते हैं? अगर वह चाहें तो इन सभी को 1 फरवरी को फांसी देने से पहले पूरा कर सकते हैं.
जेल सूत्र बता रहे हैं कि चारों में से एक विनय ने फांसी के खौफ में दो दिनों तक खाना नहीं खाया. बुधवार को खाना खाने के लिए कहा गया तो थोड़ा खाना खाया. पवन बहुत कम खाना खा रहा है. मुकेश और अक्षय पर सामान्य तौर पर खाना खा रहे हैं. मुकेश फांसी को टालने के लिए अपने बचाव में सभी कानूनी दांवपेंच आजमा चुका है. उसकी दया याचिका भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद खारिज कर चुके हैं.
जेल सूत्रों के अनुसार, चारों दोषियों को तिहाड़ के जेल नंबर-3 में अलग-अलग सेल में रखा गया है. हर दोषी के सेल के बाहर दो सिक्यॉरिटी गार्ड तैनात हैं. इनमें से एक हिंदी और इंग्लिश का ज्ञान ना रखने वाला तमिलनाडु स्पेशल पुलिस का जवान और एक तिहाड़ जेल प्रशासन का होता है. हर दो घंटे में गार्ड को आराम दिया जाता है और दूसरे गार्ड शिफ्ट संभालते हैं. इस तरह चारों दोषियों के लिए कुल 32 सिक्यॉरिटी गार्ड तैनात किए गए हैं.
ये भी पढ़ें: निर्भया के पिता ने दोषी के याचिका दायर करने की सीमा तय करने की अपील की
निर्भया के दोषियों के लिए जारी नए डेथ वारंट में फांसी पर लटकाने के लिए अगले महीने 1 फरवरी सुबह 6 बजे का समय मुकर्रर किया गया है. इस बीच मुकेश के अलावा अन्य तीनों में से किसी ने दया याचिका दायर कर दी तो मामला फिर कुछ दिन के लिए लटक सकता है. कानून के जानकारों का कहना है कि ऐसे में फांसी के लिए फिर से नई डेट तय की जाएगी.