निर्भया (Nirbhaya Gangrape and murder) के हत्यारों को फांसी देने से पहले आखिरी इच्छा पूछी गई थी, लेकिन चारों में से किसी ने अपनी आखिरी इच्छा नहीं बताई. हालांकि दो दोषियों मुकेश और विनय ने अपनी कुछ चीज़ें जेल अफसरों को दीं और संभालकर रखने की बात कही. जेल अफसरों को मुकेश ने लिखित में बताया कि वह अपनी बॉडी डोनेट करना चाहता है. इसका मतलब यह हुआ कि उसके शरीर के अंगों का दान किया जाएगा. दूसरी ओर, विनय ने अपनी बनाई पेंटिग्स जेल अफसरों को दी. उसने हनुमान चालीसा भी अफसरों को दिया और दोनों चीजों को परिजनों को सौंपने की बात कही. विनय ने कुल 11 पेंटिंग्स बनाई थी. विनय के वकील की मानें तो पिछले दिनों तिहाड़ हाट में उसकी पेंटिंग्स की बिक्री भी हुई थी.
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निर्भया केस के चारों दोषियों मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को शुक्रवार तड़के 5.30 बजे तिहाड़ जेल में फांसी के फंदे पर लटका दिया गया. जेल मैन्युअल के मुताबिक, फांसी से पहले अपराधियों की आखिरी ख्वाहिश पूरी की जाती है. यह भी पूछा जाता है कि मौत के बाद वो अपने जमीन-जायदाद का क्या करेंगे. अंगदान के बारे में भी पूछा जाता है. साथ ही उनसे यह भी जानकारी ली जाती है कि जो सामान जेल में उनके पास है वो उसे किसको देना चाहेंगे. यह सारी प्रक्रिया शुक्रवार सुबह 4:45 से 5 बजे के बीच हुई.
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हालांकि जेल प्रशासन के मुताबिक, पवन और अक्षय ने इस बारे में कुछ भी नहीं बताया. जेल प्रशासन का कहना है कि दोषियों की ओर से जेल में कमाए गए पैसे को उनके परिजनों को दिया जाएगा. उनके कपड़े और अन्य सामान भी परिजनों को सौंप दिए जाएंगे.
Source : News Nation Bureau