2012 के निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस के दोषियों के वकील एपी सिंह ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर कर एक फरवरी को होने वाली फांसी पर रोक लगाने की मांग की है. याचिका में दोषियों के वकील एपी सिंह ने दावा किया कि दिल्ली जेल के नियमों के अनुसार, एक ही अपराध के चार दोषियों में से किसी को भी तब तक फांसी नहीं दी जा सकती, जब तक कि आखिरी दोषी ने दया याचिका सहित अपने सभी कानूनी विकल्पों को समाप्त नहीं कर दिया हो.
यह भी पढ़ें : 'शरजील का सपना भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है', दिल्ली पुलिस की पूछताछ में बड़ा खुलासा
जैसे-जैसे फांसी की सजा के लिए मुकर्रर दिन पास आ रहा है, निर्भया के दोषी बचने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. हालांकि विनय की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद 1 फरवरी को होने वाली फांसी पर संशय के बादल मंडराने लगे हैं. विनय की दया याचिका से पहले अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर कर दी है, जिसकी अभी सुनवाई बाकी है. निर्भया के चारों दोषियों में से मुकेश ने रिव्यू पिटीशन, क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका सभी का उपयोग कर लिया है. यानी अब उसके बचने के सारे रास्ते खत्म हो गए हैं.
Lawyer AP Singh claimed in the plea that according to the Delhi Prison rules, none of the four convicts in the same crime can be hanged till the last convict has exhausted all his legal options including the mercy petition. #NirbhayaCase https://t.co/rNOwgZmArt
— ANI (@ANI) January 30, 2020
दोषी अक्षय की रिव्यू पिटीशन पिछले साल 2019 के दिसंबर में खारिज हो चुकी है तो मंगलवार को उसने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन फाइल कर दी है. उसने अब तक राष्ट्रपति के सामने दया याचिका भी नहीं डाली है. एक अन्य दोषी पवन गुप्ता की रिव्यू पिटीशन जुलाई 2018 में खारिज हो चुकी है. उसने अब तक क्यूरेटिव पिटीशन नहीं डाली है. साथ ही दया याचिका दाखिल करने का विकल्प भी उसके सामने खुला हुआ है.
यह भी पढ़ें : शरजील इमाम जैसे कीड़ों को तुरंत खत्म कर दें गृह मंत्री अमित शाह, शिवसेना का मिला केंद्र सरकार को साथ
उधर, आज गुरुवार को पवन जल्लाद कड़ी सुरक्षा में तिहाड़ जेल पहुंच रहा है. 1 फरवरी को चारों दोषियों को फंदे पर लटकाने (डेथ वारंट के अनुसार तय तारीख) से पहले पवन जल्लाद तिहाड़ जेल में डमी फांसी देने का ट्रायल करेगा और इससे निर्भया के दोषियों के खून सूख जाएंगे. उधर, निर्भया के हत्यारे फांसी से बचने के लिए नित नई कवायद कर रहे हैं. मुकेश की याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज होने के बाद विनय ने राष्ट्रपति के सामने दया याचिका पेश कर दी है. उससे पहले अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर कर दी है.
यह भी पढ़ें : बिहार पुलिस ने कन्हैया कुमार को भितिहरवा आश्रम से किया गिरफ्तार
कहा जा रहा है कि फांसी की तारीख आगे बढ़ने पर भी पवन जल्लाद तिहाड़ में रहकर चारों दोषियों को डमी फांसी देने की प्रैक्टिस करेगा. इससे पहले तिहाड़ जेल चार बार डमी फांसी देने की प्रैक्टिस कर चुका है. इससे रस्सी की मजबूती आंकी जाती है. 1 फरवरी को फांसी देने के लिए जिस दिन कोर्ट ने ब्लैक वारंट जारी किया था, उसके बाद ही तिहाड़ ने पत्र लिखकर यूपी सरकार से 30 जनवरी को पवन जल्लाद को फांसी देने के लिए बुलाया था.
Source : News Nation Bureau