निर्भया के गुनहगार (Nirbhaya Convicts) कानूनी प्रक्रिया का फायदा उठाकर लगातार फांसी के फंदे से बचते आ रहे हैं. इस कड़ी में निर्भया के दोषी विनय शर्मा (Vinay Sharma) के वकील एपी सिंह (AP Singh) ने विनय की दया याचिका (Mercy Petition) पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग (Election Commission) में अर्जी दाखिल की गई है. इसमें कहा गया है कि मनीष सिसोदिया ने जब राष्ट्रपति (President) से विनय शर्मा की दया याचिका खारिज करने की सिफारिश की तब वह मंत्री नहीं थे और ना ही विधायक. दिल्ली में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के चलते आचार संहिता भी लागू थी. यही नहीं, उनका हस्ताक्षर भी व्हाट्स ऐप के द्वारा भेजा गया था. ऐसे में विनय की दया याचिका खारिज करना असंवैधानिक है.
यह भी पढ़ेंः CAA के खिलाफ 14 अन्य याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया केंद्र को नोटिस
व्हाट्सऐप के स्क्रीनशॉट से लगाई दस्तखत
एपी सिंह ने दावा किया कि 'दया याचिका को खारिज करने की सिफारिश करने की चिट्ठी में पर दस्तखत व्हाट्सऐप के स्क्रीनशॉट से लगाई गई. ऐसा जल्दबाजी में किया गया.' बता दें दिल्ली सरकार में गृहमंत्री मनीष सिसोदिया थे और उन्हीं के दस्तखत से विनय की दया याचिका खारिज करने संबंधी सिफारिश, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को भेजी गई थी. एपी सिंह ने दया याचिका को खारिज करने की सिफारिश करने का विरोध किया है. गौरतलब है कि 1 फरवरी को विनय की दया याचिका खारिज की गई थी. इससे पहले विनय ने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी थी कि 'जेल में 'कथित यातनाओं और दुर्व्यवहार' की वजह से वह मानसिक रूप से अस्वस्थ हो गया है.' हालांकि उसकी यह याचिका खारिज कर दी गई थी.
यह भी पढ़ेंः राजस्थान में 2 युवकों से हुई हैवानियत पर आया स्वरा भास्कर का रिएक्शन, राहुल गांधी से की ये मांग
सारे हथकंडे अपना रहे निर्भया के गुनहगार
निर्भया के चारों गुनहगारों का डेथ वॉरंट जारी हो चुका है. चारों दोषियों को तीन मार्च को फंदे पर लटका दिया जाएगा. चारों दोषियों में से तीन ने फांसी टालने के लिए सारे कानूनी दांव-पेच आजमा लिए हैं. केवल पवन के पास क्यूरेटिव पिटीशन दायर करने का विकल्प है. ऐसे में तय माना जा रहा है कि तीन मार्च को सुबह छह बजे चारों दरिंदों को फांसी पर लटका दिया जाएगा. अगर ये चारों फांसी को कुछ दिन टालना चाहते हैं तो इनके पास कानूनी दांव-पेच के अलावा भी विकल्प है. संभवतः इसी फेर में विनय ने जेल के अंदर खुद को चोटिल करने की कोशिश की थी.
HIGHLIGHTS
- एपी सिंह ने विनय की दया याचिका पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग में अर्जी दाखिल की.
- आचार संहिता का हवाला दे दया याचिका खारिज करने की सिफारिश पर उठाए सवाल.
- कानून की खामियों का फायदा उठा लगातार फांसी को टालते आ रहे हैं दोषी.
Source : Mohit Bakshi