लोकसभा में राफेल मुद्दे पर शुक्रवार को रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन ने जवाब देते हुए कहा, सरकार की प्राथमिकता सेना की मजबूती है. हमारे पड़ोसी अपनी सैन्य शक्ति बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा, हर मुद्दे पर सवालों का जवाब दूंगी. बता दें कि शुक्रवार को लोकसभा में नियम 193 के तहत लोकसभा में चर्चा हुई. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए निर्मला ने कहा, कांग्रेस तथ्यों से डरती है. देश में चारों तरफ खतरनाक माहौल तैयार कर दिया गया है. भारत की सीमा बेहद संवेदनशील है. पड़ोसी देश अपनी शक्तियों में इजाफा कर रहे हैं, लिहाजा हम इसकी अनदेखी नहीं कर सकते. हम अपने पड़ोसी नहीं बदल सकते. उन्होंने कहा, शांति के लिए हर मुमकिन काम करेंगे. हम जवाब देने से नहीं डरते. उन्होंने कहा, कांग्रेस 126 नहीं, 18 राफेल विमान खरीदने जा रही थी, जबकि हमने 18 से बढ़कर 36 विमानों का सौदा किया. उन्होंने कहा, राहुल गांधी 126 राफेल विमानों की खरीद की बात कर देश को बरगला रहे हैं. सदन में कुछ कहते हैं, बाहर कुछ कहते हैं. जिस दिन राहुल गांधी पीएम मोदी के गले लगे थे, उस दिन भी उन्होंने झूठ बोला था. वह सिर्फ देश को बरगला रहे हैं.
Defence Minister in Lok Sabha: The first aircraft will be delivered in September 2019 and 36 aircraft will be delivered in the year 2022. The process of negotiation was finished in 14 months. #Rafale pic.twitter.com/V0FsmB03yx
— ANI (@ANI) January 4, 2019
रक्षा मंत्री ने कहा, 2022 तक सभी राफेल विमान देश में आ जाएंगे. इसी साल सितंबर में पहला विमान भारत आ जाएगा. उन्होंने कहा, तय वक्त से पांच माह पहले ही विमान आ जाएगा. रक्षा सौदे गोपनीय सौदे होते हैं. कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के बीच निर्मला ने कहा, कांग्रेस की सरकार ने राफेल विमान क्यों नहीं खरीदे. दोनों सरकारों के बीच 2016 में समझौता हुआ. हमने डील कर ली तो कांग्रेस को परेशानी हो रही है. हमने 14 महीने में डील की प्रक्रिया पूरी कर ली. चीन ने अपनी बायुसेना में 4000 नए विमान जोड़े हैं.
Defence Minister during debate on Rafale jet deal in Lok Sabha: China and Pakistan are building a bigger fleet. The UPA government wanted only 18 flyaway fighter jets. UPA created a deadlock. pic.twitter.com/uYHPZ23QjZ
— ANI (@ANI) January 4, 2019
रक्षा मंत्री ने सवाल उठाया कि यूपीए सरकार के समय में राफेल सौदा क्यों नहीं हुआ. यूपीए सरकार में राफेल खरीदने की नीयत नहीं थी. यूपीए सरकार की इच्छा नहीं थी कि डील हो. उन्होंने कहा, रक्षा सौदे में देश की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में रहे हैं. उन्होंने कहा, विपक्षी दल के वरिष्ठ सदस्य मेरा उत्तर सुनना नहीं चाहते हैं. यह बहुत गंभीर है. उन्होंने कहा, देश को जानने का हक है कि रक्षा सौदे देश की सुरक्षा के लिए है या नहीं, चाहे सत्ता में हम रहें या आप रहें. उन्होंने कहा, कांग्रेस को मेरे सवालों का जवाब देना चाहिए. रक्षा मंत्री के जवाब के बीच कांग्रेस के सदस्यों ने लोकसभा में हंगामा किया. रक्षामंत्री ने कहा, कांग्रेस सवाल करे नहीं, बल्कि सवालों के जवाब दे.
Defence Minister during debate on Rafale jet deal in Lok Sabha: We have had wars in northern and western frontiers. Timely purchase equipment should be the priority. We have to recognise the sense of urgency.
— ANI (@ANI) January 4, 2019
निर्मला सीतारमन ने कहा, हमें पूर्वी और पश्चिमी फ्रंट पर लड़ाई का खतरा है. इसलिए समय से हथियार खरीदना हमारी प्राथमिकता में है. हमें अपनी प्राथमिकता खुद ही तय करनी चाहिए. कांग्रेस एचएएल (HAL) के लिए घड़ियाली आंसू बहा रही है. कांग्रेस को बताना चाहिए कि किसके लिए डील नहीं हुई. दसॉ ने एचएएल के बनाए विमान की गारंटी नहीं ली थी. रक्षा मंत्री के जवाब के बीच कांग्रेस के सदस्य सदन में हंगामा कर रहे हैं. भारी शोरगुल के बीच रक्षा मंत्री जवाब दे रही हैं.
Defence Minister in Lok Sabha: Congress did not intend buying the jets . For every 'AA' there is a 'Q' and 'RV'. #Rafale pic.twitter.com/h19l8BCnju
— ANI (@ANI) January 4, 2019
उन्होंने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित करते हुए कहा, खड़गे जी स्थायी समिति के सदस्य हैं, जो रक्षा उत्पादन से संबंधित मामलों को देखती है. उस समिति ने कहा था, स्थायी समिति यह जानकर बहुत निराश है कि एचएएल ने तीन दशक में भी जरूरी एयरक्राफ्ट मुहैया नहीं कराए. उन्होंने कहा, जब बेंगलुरू में राहुल गांधी एचएएल में बैठक कर रहे थे, तब उन्होंने कहा था- राफेल आपका हक है. आपको इसे प्रोड्यूस करना चाहिए था.
Defence Minister in Lok Sabha: When Rahul Gandhi held a meeting near HAL Bengaluru, he said, "Rafale is your right. You should have produced it."
— ANI (@ANI) January 4, 2019
Def Min: I want to say to Kharge ji, who is member of Standing Committee that looked into various issues related to Defence production,in a report stated "Standing Committee is disappointed to know that even aftr 3 decades HAL hasn't been able to develop the required aircraft."
— ANI (@ANI) January 4, 2019
रक्षा मंत्री ने कहा, आपात स्थिति में हमेशा दो स्क्वाड्रन का सौदा होता है. 1982 में जब पाकिस्तान ने F16 खरीदा था, तब भारत सरकार ने दो स्क्वाड्रन मिग 23 खरीदने का फैसला किया था. 1985 में फ्रांस से 2 स्क्वाड्रन मिराज 2000 और 1987 में 2 स्क्वाड्रन मिग 29 खरीदने का फैसला हुआ था
Defence Minister: Emergency purchases are always two squadrons. In 1982, when Pak was buying F-16s, Indian gvt then decided to buy 2 squadrons of MIG-23 MF from erstwhile Soviet Union, in '85 again 2 squadrons of Mirage 2000 bought from France & in '87- 2 squadrons of MIG-29. pic.twitter.com/RokxIAGWyO
— ANI (@ANI) January 4, 2019
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन बोलीं, राहुल गांधी ने 20 जुलाई को संसद में कहा था- मैंने फ्रांस के राष्ट्रपति से गोपनीय समझौते के बारे में बात की थी पर उन्होंने इन्कार कर दिया था. फ्रांस के राष्ट्रपति ने यह भी कहा था उन्हें रकम के सार्वजनिक होने से भी कोई आपत्ति नहीं है. रक्षा मंत्री ने राहुल के इस बयान पर सवाल उठाते हुए पूछा - कौन सच्चा है. दोनों में कोई एक गुमराह कर रहा है. आखिर कौन गुमराह कर रहा है.
Def Min: Rahul Gandhi on 20 July in Parliament said, "I asked the French Pres about this secrecy pact but he denied its existence. He also told me that he has no issues in making the cost public." Who is truthful? One of them is misleading the country. I want proof of this. 2/2 https://t.co/3u5srMkJYP
— ANI (@ANI) January 4, 2019