पीएम नरेंद्र मोदी का यूएस दौरा खत्म हो चुका है. मगर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का एक बयान राजनीतिक हल्कों चर्चा का विषय बना हुआ है. इस मामले में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारम ने रविवार को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पर पलटवार किया है. हाल में एक इंटरव्यू में ओबामा ने पीएम मोदी से भारत में मुसलमानों के हालात पर सवाल किए थे. इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि हम अमेरिका के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं, लेकिन वहां भी भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. उन्होंने ओबामा का बिना नाम लिए कहा कि एक पूर्व राष्ट्रपति जिनके शासन में छह मुस्लिम बहुल देशों पर 26 हजार से अधिक बम गिराए गए वो सवाल उठा रहे हैं. उनके आरोपों पर कोई किस तरह से भरोसा कर सकता है.
#WATCH | FM Nirmala Sitharaman says, "...It was surprising that when PM was visiting the US, a former US President (Barack Obama) was making a statement on Indian Muslims...I am speaking with caution, we want a good friendship with the US. But comments come from there on India's… pic.twitter.com/6uyC3cikBi
— ANI (@ANI) June 25, 2023
मीडिया से बातचीत में वित्त मंत्री ने कहा कि माननीय पीएम ने स्वयं अमेरिका में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी सरकार सबका साथ, सबका विकास के सिद्धांत पर काम करती है. किसी भी समुदाय को भेदभाव नहीं करती है. मगर तथ्य यह है कि लोग बिना वजह इस तरह के बहस में शामिल हो जाते हैं. उन मामलोें को उजागर करते हैं जो एक तरह से गैर जरूरी मुद्दे हैं. सीतारमण ने बताया कि पीएम मोदी को 13 देशों की ओर से सम्मान दिया गया है. इनमें से छह देश मुस्लिम बहुसंख्यक वाले हैं.
वित्त मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि वे (विपक्ष) चुनावी तौर पर भाजपा या पीएम मोदी का मुकाबला नहीं कर सकते हैं. ऐसे में वे इस तरह का अभियान चलाते हैं. इसमें कांग्रेस की बड़ी भूमिका रही है. विपक्षी एकता पर सीतारमण ने कहा कि उन्हें नहीं पता वे किस मकसद से एक साथ आ रहे हैं. उनका एक मात्र एजेंडा भाजपा को मात देना है. क्या विपक्ष लोगों को बता रहा कि उनके शासन में देश में सबसे अधिक भ्रष्टाचार हुआ, लेकिन बीते 9 साल में देश में मात्र विकास हो रहा है.
हिमंत बिस्वा सरमा ने दी प्रतिक्रिया
बयान को लेकर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ओबामा की टिप्पणियों को लेकर हमला बोला. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत में भी कई हुसैन ओबामा हैं. वॉशिंगटन जाकर कार्रवाई करने से पहले हमें उनपर कार्रवाई को प्राथमिकता देनी चाहिए.
Source : News Nation Bureau