वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Finance Minister Nirmala Sitharaman ) ने गुरुवार को कैबिनेट ( Union Cabinet ) के फैसलों को लेकर जानकारी दी. निर्मला ने कहा कि पिछले 6 सालों में बैंकों के एसेट में सुधार देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि 2021 में केवल दो बैंकों को ही घाटा हुआ है. इसके साथ ही बैंकों के एनपीए में भी सुधार हुआ है. छह सालों में पांच लाख करोड़ रुपए की रिकवरी हुई है. एनएआरसीएल ( National Asset Reconstruction Company Limited ) के 36,600 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है.
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केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि 'जेएएम' (जनधन-आधार-मोबाइल) ट्रिनिटी भारत के लिए एक गेम चेंजर रहा है, जो उन्हें भविष्य में वित्तीय समावेशन प्रारूप को आगे बढ़ाने में सक्षम बनाता है. औरंगाबाद में आयोजित मंथन कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "वित्तीय रूप से बहिष्कृत लोगों को आगे लाकर, बचत करके और वास्तविक लाभार्थियों को सरकारी लाभ वितरित करके, नागरिकों को उनके बैंक लेनदेन पर एसएमएस अपडेट प्रदान करके जेएमएम ट्रिनिटी ने हमारी बैंकिंग को पूरी तरह से एक अलग स्तर पर पहुंचा दिया है." वित्तमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्पष्ट कहना है कि जेएएम ट्रिनिटी का उपयोग करके किसी के लिए बिना किसी असुविधा के वित्तीय समावेशन बेहतर तरीके से हासिल किया जा सकता है.
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उन्होंने कहा, "जेएएम ट्रिनिटी भारत जैसे देश के लिए एक गेम चेंजर है, यह भविष्यवादी है और 'सबका साथ, सबका विकास, सब का विश्वास' के दर्शन को छू गया है. इसका उद्देश्य कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना है, दूर-दराज व अछूते इलाकों में और मुख्यधारा से दूर लोगों को बिना किसी भेदभाव के लाभ पहुंचाना है." सीतारमण ने कहा कि पीएमजेडीवाई खातों ने सरकार को सभी तक पहुंचने में मदद की, भले ही खाते शून्य शेष खाते थे। यहां तक कि जो लोग मुख्यधारा में आने से हिचकिचाते थे, उन्हें भी उनके खाते खोलने, रुपे कार्डो के वितरण और बीमा कवर के साथ लाया गया और उन्हें विश्वास दिलाया गया.
Source : News Nation Bureau