नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने बृहस्पतिवार को देश में बुजुर्ग लोगों का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिये सभी संभव उपाय किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से बुजुर्गों को ज्यादा खतरा है और संक्रमित बुजुर्ग व्यक्तियों की मृत्यु दर भी अधिक है. इंटरनेट के माध्यम से कोरोना वायरस के ऊपर एक परिचर्चा में उन्होंने कहा कि अगर बुजुर्ग लोग बीमार होते हैं, उन्हें यथाशीघ्र चिन्हित करने और उन्हें सुरक्षित रखने के लिये हर संभव प्रयास किये जाने चाहिए.
कोरोना वायरस महामारी से निपटने के प्रयासों में समन्वय के लिये गठित समिति की अध्यक्षता कर रहे पॉल ने कहा, भारत और दुनिया के अन्य देशों से जो चीजें सामने आ रही हैं, उसके अनुसार वरिष्ठ नागरिकों में कोरोना वायरस का खतरा ज्यादा है और इसकी वजह से मृत्यु दर अधिक है. यह संदेश बिल्कुल साफ है कि उन्हें हर कीमत पर सुरक्षित रखने की जरूरत हैं. उन्होंने कहा, बुजुर्ग हमारे देश के विशेष नागरिक हैं और अब उन्हें देखभाल की जरूरत है.
कोरोना वायरस महामारी के दौरान हमें उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिये हर संभव उपाय करने की जरूरत है. उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के बारे में पॉल ने कहा कि च्वयनप्राश, तुलसी, दालचीनी और काली मिर्च का सेवन सभी को करना चाहिए. नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने परिचर्चा के दौरान कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत इस समय चुनौतियों से गुजर रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमित मामलों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़कर 21,393 हो गयी है. इस महामारी से देश में अब तक 681 लोगों की मौत हुई है.
Source : Bhasha