केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ( Union Minister for Road Transport and Highways Nitin Gadkari ) मोदी सरकार में सबसे ज्यादा काम करने वाले मंत्री माने जाते हैं. उन्हीं के कार्यकाल में देश ने शानदार हाइवे और सड़कों बेमिसाल नेटवर्क भी देखा है. लेकिन सरकारी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने और मंत्रालय के काम को ठीक तरह से अंजाम देने के लिए कभी-कभी उनको अपनों की भी नाराजगी झेलनी पड़ी. ऐसा ही एक वाकिया तब का है जब कुछ समय पहले उनके ससुर का मकान गिरा दिया गया. यहां चौंकाने वाली बात यह है कि ऐसा किसी और ने नहीं, बल्कि खुद गडकरी के विभाग के ही अफसरों ने किया. अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि भला नितिन गडकरी क्यों अपने ससुर का मकान गिराने लगे...तो हम आपको पूरी कहारी विस्तार से बताते हैं.
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दरअसल, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने खुद इस बात को स्वीकारा है. एक प्राइवेट न्यूज चैनल से बात कर रहे नितिन गडकरी ने कहा कि जब वह नागपुर के पास रामटेक में सड़क का निर्माण कर रहे थे, तब रास्ते में उनके ससुर का घर आ गया. तब विभाग के जिस अफसर के पास सड़क बनाने का जिम्मा था, वह असमंजस में पड़ गया. कोई हल न निकलता देख अधिकारी मुझसे कहा कि रास्ते में आपके ससुर का मकान आ रहा है, तो मैंने उसको कहा कि सड़क निर्माण कार्य में चाहे किसी भी मकान बीच में आ रहा हो उस पर बुल्डोजर चला दो. हालांकि इस काम के लिए गडकरी को अपनी पत्नी की नाराजगी झेलनी पड़ी थी.
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गडकरी ने कहा कि ऐसा करने से उनके घर पर बहुत नाराजगी हुई. उनकी पत्नी ने उनसे कहा कि अगर आपको मकान गिरवाना ही था तो कम से कम पहले बता देते ताकि उनके पिता यह काम खुद ही करवा देते. लेकिन मकान पर बुलडोजर नहीं चलवाना चाहिए था.
Source : News Nation Bureau