केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपने बेबाक बयान बयानों के लिए जाते हैं. एक बार फिर से उन्होंने ऐसा ही बयान दिया है. खुफिया विभाग(IB) अधिकारियों संबोधित करते हुए देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को याद करते हुए कहा कि सहिष्णुता भारत की सबसे बड़ी पूंजी है. उन्होंने कहा, 'जेएल नेहरू ने कहते थे कि भारत राष्ट्र नहीं है बल्कि आबादी है. इस देश का हर शख्स देश के लिए प्रश्न है समस्या है.'
गडकरी ने आगे कहा कि नेहरू जी का यह भाषण मुझे बहुत पंसद है. तो मैं इतना तो कर सकता हूं कि मैं देश के सामने समस्या नहीं रहूंगा.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सहिष्णुता हमारे सिस्टम कि सबसे बड़ी पूंजी है और यह मानसिकता ठीक नहीं कि किसी ने ऐसा किया तो मैं भी ऐसा ही करूंगा.
गौरतलब है कि पिछले दिनों नसीरुद्दीन शाह ने सहिष्णुता को लेकर एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं अपने बच्चों को लेकर चिंतित हूं, वह किसी धर्म विशेष के नहीं है. कल को अगर कोई भीड़ उन्हें घेरकर पूछेगी कि तुम हिंदू हो या मुस्लिम, उनके पास कोई जवाब नहीं होगा. गडकरी का बयान इसे जोड़कर देखा जा रहा है.
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इससे पहले नितिन गडकरी ने कहा था कि अगर मैं पार्टी अध्यक्ष हूं और मेरे विधायक या सांसद अच्छा नहीं करते हैं तो उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा? गडकरी के इस बयान ने सियासी भूचाल ला दिया है. लोग गडकरी के इस बयान को अप्रत्यक्ष तौर पर भारतीय जनता पार्टी आलाकमान के नेतृत्व पर निशाना मान रहे हैं.
Source : News Nation Bureau