केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (NItin Gadkari) ने मंगलवार को मीडिया के कई सवालों का जवाब दिया. उन्होंने आठ सालों में सड़क और परिवाहन से संबंधित कई विकास कार्यों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि आठ सालों में सड़क निर्माण में अब तक जितना काम हुआ है, वह 65 वर्षों में नहीं हो सका. उन्हें लगता है कि 2024 के अंत से पहले भारत का सड़क ढांचा अमेरिका के सड़क ढांचे के समकक्ष होगा. उन्होंने कहा कि अब तक जो आंकड़े सामने आए हैं, उसमें पांच लाख सड़क दुर्घटनाओं में ज्यादातर 18-34 आयु वर्ग के लोग हैं. उन्होंने कहा कि सरकार दुर्घटनाओं को कम करने की कोशिश कर रही है. हालांकि वे आंकड़ों से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं. गडकरी ने कहा कि लोगों को शिक्षित करना जरूरी है. इसके साथ हम सड़क इंजीनियरिंग के साथ आपातकालीन सेवाओं पर जोर दे रहे हैं.
दुर्घटनाओं को 50 प्रतिशत कम करना लक्ष्य
दुर्घटनाओं को कम करने के लिए हमें नियमों का पालन करना चाहिए. मगर एक अहम समस्या यह है कि लोगों में किसी प्रकार का कोई डर नहीं है. सरकार का लक्ष्य है कि 50 प्रतिशत दुर्घटनाओं को कम करना है. वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण का समाधान करना हमारी प्राथमिकता है. दिल्ली के चारों ओर 60,000 करोड़ रुपये की सड़के तैयार कर रहे हैं. इससे इलाके में ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिल सकेगी. इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ ग्रीन हाइड्रोजन को भी बढ़ावा दिया जाएगा.
गडकरी ने कहा, दिल्ली की प्रदूषण समस्या का हल करना थोड़ा कठिन जरूर है, मगर नामुमकिन नहीं है. यदि किसान, केंद्र सरकार, राज्य सरकार और नगर निगम मिलकर काम करेंगे तो हम समस्या का समाधान कर सकते हैं. हमें राजनीति को भूलकर इस पर एकसाथ काम करना चाहिए.
Source : News Nation Bureau