जनता दल यूनाइटेड (JDU) से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफे के बाद पार्टी की कमान अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने हाथ में ले ली है. ललन सिंह के इस्तीफे और नीतीश कुमार के अध्यक्ष बनने को लेकर विपक्षी पार्टियां निशाना साध रही हैं. इस बीच जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैठक की बड़ी बातें बताई. जनता दल यूनाइटेड में हुए बड़े बदलाव पर बोलते हुए केसी त्यागी ने कहा कि ना पार्टी टूटी है, ना कोई झगड़ा हुआ है. यह एक औपचारिक बदलाव है. आइए जानते हैं जेडीयू में पांच बड़े बदलाव के क्या है मायने.
1. दिल्ली में जेडीयू नेता केसी त्यागी ने पार्टी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हुए फैसले का राष्ट्रीय परिषद की मीटिंग में चर्चा की गई है. बैठक में ललन कुमार के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया गया. अब जेडीयू की कमान नीतीश कुमार के हाथ में होगी. इसके अलावा ललन सिंह के इस्तीफे पर उन्होंने कहा कि सियासी गलियारों में जो एजेंडा चला जा रहा था उसपर पूरी तरह से विराम लग गया. हम किसी तरह बीजेपी या एनडीए के साथ नहीं जा रहे हैं. इंडिया गठबंधन को मजबूत करेंगे.
2.केसी त्यागी ने बताया कि कहा कि जाति आधारित जनगणना समेत चार राजनीतिक प्रस्ताव भी पास किए गए हैं. इसको देशभर में प्रचार किया जाएगा. नीतीश कुमार खुद ही जनवरी माह में जनजागरण अभियान का आगाज करेंगे.इसकी शुरुआत झारखंड से होगी. इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर जल्द ही बातचीत होगी. इसका नेतृत्व नीतीश कुमार करेंगे. इसके अलावा राजनीतिक प्रस्ताव में शीतकालीन सत्र में सांसदों का निलंबन पर भी चर्चा कर इसे शर्मनाक करार दिया गया है.
3. जेडीयू के नेता के सी त्यागी ने कहा कि बिहार में आरजेडी और जदयू के बीच कोई मतभेद नहीं है. बिहार में सबकुछ ठीक है. इंडिया गठबंधन के सीट बंटवारे के मामले पर बिहार उदाहरण पेश करेगा.
4. केसी त्याग ने आगे बताया कि ललन सिंह चुनाव प्रक्रिया में व्यवस्त होने के कारण अध्यक्ष पद छोड़े हैं. साथ ही पार्टी नेताओं की मांग पर नीतीश कुमार को फिर से संगठन को धार देने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है. जेडीयू के कई नेता का मानना था कि नीतीश कुमार को अगामी लोकसभा चुनावों से पहले संगठन की कमान संभालनी चाहिए. इसलिए यह फैसला किया गया है.
Source : News Nation Bureau