बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाजवादी चिंतक राममनोहर लोहिया को 'भारत रत्न' दिए जाने की मांग की है।
कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राममनोहर लोहिया को 'भारत रत्न' से सम्मानित किए जाने की मांग की है।
नीतीश ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि संसद में नेहरू की सरकार के खिलाफ पहले अविश्वास प्रस्ताव को पेश करते हुए लोहिया ने समूचे विपक्ष को गैर-कांग्रेसवाद की धुरी पर इकट्ठा किया और उनकी कोशिशों की वजह से देश में पहली बार गैर कांग्रेसी सरकार बन सकी।
नीतीश कुमार ने लिखा है कि लोहिया ने गांवों में स्त्रियों के लिए दरवाजा बंद शौचालयों के निर्माण की मांग को लेकर लगातार मुहिम चलाई और तत्कालीन सरकार पर दबाव बनाते रहें।
लोहिया, नेहरू की नीतियों के धुर विरोधी थे।
चिट्ठी में लिखा गया है, 'लोहिया ने कहा था कि अगर नेहरू सभी गांवों में महिलाओं के लिए शौचालब बनवा दें तो मैं उनका विरोध बंद कर दूंगा।' इसके साथ ही लोहिया ने ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की सेहत को ध्यान में रखते हुए चिमनीयुक्त, धुंआमुक्त चूल्हों की तकनीक को प्रत्येक रसोई में पहुंचाने के लिए संसद से लेकर सड़क तक आवाज उठाई।
गौरतलब है कि मोदी सरकार अपने पहले कार्यकाल में भारत को खुले में शौच मुक्त किए जाने और गावों में हर घरों में स्वच्छ ईंधन के तौर पर एलपीजी सिलेंडर पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम करती रही है।
कुमार ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि लोहिया का जीवन एकदम साधन व सुविधाविहीन रहा। भारतीय स्वतंत्रता और लोकतंत्रीय संग्राम में उनके योगदान को देखते हुए उनकी पुण्यतिथि 12 अक्टूबर पर न केवल उन्हें 'भारत रत्न' से सम्मानित किया जाए बल्कि गोवा हवाई अड्डे का नामाकरण 'डॉ राममनोहर लोहिया हवाई अड्डा' किया जाए।
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HIGHLIGHTS
- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाजवादी चिंतक राममनोहर लोहिया को 'भारत रत्न' दिए जाने की मांग की है
- कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 12 अक्टूबर को लोहिया की पुण्यतिथि पर उन्हें सम्मानित किए जाने की अपील की है
Source : News Nation Bureau