तिब्बत के अध्यात्मिक गुरु और नेता दलाई लामा पर भारत के स्टैंड को लेकर विदेश मंत्रालय ने साफ़ किया है कि हमारे रुख़ में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि परम पूज्य दलाई लामा को लेकर भारत सरकार का रुख़ पहले की तरह स्पष्ट है। भारतवासियों के लिए वो हमेशा ही श्रद्धेय और आदरणीय हैं और आगे भी रहेंगे।
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा, 'दलाई लामा को लेकर भारत ने अपने पोज़िशन में कोई बदलाव नहीं किया है। उन्हें भारत में सभी तरह की धार्मिक एक्टिविटी करने की आज़ादी है।'
बता दें कि इससे पहले इंडियन एक्सप्रेस ने एक ख़बर छापी थी जिसके मुताबिक़ केंद्र सरकार ने चीन के दबाव में वरिष्ठ नेताओं, केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों को दलाई लामा के ख़ास कार्यक्रम 'थैंक यू इंडिया' में शामिल होने से मना किया था।
'थैंक यू इंडिया' का आयोजन मार्च के अंत और अप्रैल महीने की शुरुआत में होने जा रहा है।
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अख़बार के मुताबिक़ इस संबंध में विदेश सचिव विजय गोखले ने 22 फरवरी को एक सूचना कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा को भेजा। जिसे बाद में वरिष्ठ नेताओं और सरकारी कर्चमारियों को भेजा गया।
नोट में विदेश सचिव ने कहा, "हम समझते हैं कि ‘थैंक यू इंडिया’ बड़ा कार्यक्रम होने वाला है, जो दिल्ली के त्यागराज स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में एक अप्रैल को होगा। दलाई लामा इसमें कई भारत के गणमान्य लोगों को बुलाएंगे। मगर यह दौर चीन को ध्यान में रखकर देखा जाए, तो बेहद नाजुक होगा। ऐसे में वरिष्ठ नेताओं और सराकारी कर्मचारियों का इसमें हिस्सा लेना उचित नहीं होगा और यह हमें निराश करेगा।”
बता दें कि चीन तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु को ख़तरनाक अलगाववादी बताता आया है और भारत को उनसे दूर रहने की सलाह दी है।
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Source : News Nation Bureau