रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने रविवार को कहा कि हाल के वर्षों में सशस्त्र बलों में महिला प्रतिभागियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है और विचार व्यक्त किया कि बलों में उनके लिये कोई दरवाजा बंद नहीं होना चाहिए. इस साल गणतंत्र दिवस परेड में पुरुष मार्चिंग दस्ते का नेतृत्व करने वाली तानिया शेरगिल का उदाहरण देते हुए सिंह ने कहा कि महिलाएं अब कई मोर्चों पर नेतृत्व कर रही हैं जो पहले उनके लिए खुले तक नहीं थे. नीति आयोग द्वारा आयोजित ‘वीमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवार्ड्स’ के अवसर पर उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों में महिलाओं को और सशक्त बनाना मोदी सरकार की प्राथमिकता है.
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निजी क्षेत्रों के खिलाड़ियों को दी थी ये सुविधा
आपको बता दें कि इसके पहले राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने अपने रणनीतिक साझेदारी मॉडल के माध्यम से लड़ाकू विमान, हेलीकाप्टर, टैंक और पनडुब्बी आदि के निर्माण में निजी खिलाड़ियों के लिए अवसर खोले हैं, जो आने वाले वर्षों में हमारी निजी कंपनियों को दुनिया भर की अगवानी करेंगी. रक्षामंत्री ने आगे कहा कि, पिछले पांच वर्षों के दौरान, सरकार ने 4 लाख करोड़ रुपये के 200 से अधिक प्रस्तावों को मंजूरी दी है, जिसमें या तो भारतीय उद्योग रक्षा निर्माण में लगे होंगे, या फिर विदेशी मूल उपकरण निर्माताओं के सहयोग से जुड़े होंगे.
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कोरोना वायरस ने वैश्विक परिदृश्य को बनाया जटिल
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि कोरोनावायरस (Corona Virus) ने अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य को और जटिल बना दिया है. उन्होंने ऐसी चुनौतियों से निपटने की तैयारी पर बल दिया जिनमें कार्रवाई के लिए पर्याप्त समय की गुंजाइश नहीं होती है. सिंह ने यहां राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय के 58वें एमफिल दीक्षांत समारोह में कहा कि ऐसा संस्थान सैन्य एवं असैन्य सेवाओं में भावी वरिष्ठ नेतृत्व तैयार कर भविष्य की संभावित चुनौतियों से निपटने में अहम भूमिका निभाएगा. उन्होंने कहा कि भारत एशिया एवं विश्व में वृद्धि, विकास, समृद्धि, शांति एवं स्थायित्व के लिए अहम योगदानकर्ता के रूप में उभरा है.