एयरसेल-मैक्सिस सौदे को एफआईपीबी मंजूरी के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की गई पूछताछ के बाद पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि कोई प्राथमिकी नहीं है, किसी अपराध का आरोप नहीं है, फिलहाल एक जांच चल रही है।
चिदंबरम ने ट्वीट किया, 'ईडी के सामने पेश हुआ। सवाल वही थे, जो फाइल में पहले से दर्ज हैं। इसलिए जवाब भी वही थे, जो फाइल में दर्ज हैं।'
उन्होंने कहा, 'आधा से ज्यादा समय जवाब को बगैर त्रुटि के टाइप करने में, बयान पढ़ने में और उसपर हस्ताक्षर करने में खर्च हो गया।'
चिदंबरम ने कहा, 'यह दोहराना जरूरी है कि न कोई प्राथमिकी है, न किसी अपराध का आरोप है, फिलहाल एक जांच है।'
माना जा रहा कि चिदंबमरम को फिर से ईडी पूछताछ के लिए बुला सकती है।
ईडी 2006 में हुए एयरसेल-मैक्सिस सौदे को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड की मंजूरी दिए जाने की जांच कर रहा है। उस समय वित्तमंत्री चिदंबरम थे।
इस केस में पहले की कांग्रेस नेतृत्व यूपीए सरकार में वित्तमंत्री पी चिदंबरम पर एयरसेल मैक्सिस के साथ कैबिनेट कमेटी की अनुमति के बिना ही 3500 करोड़ की डील करने का आरोप लगा था।
जबकि नियमों के मुताबिक, वित्तमंत्री 600 करोड़ रुपये तक की डील को ही मंजूरी दे सकते थे।
बता दें कि चिंदबरम की गिरफ्तारी पर विशेष कोर्ट ने 10 जुलाई तक के लिये रोक लगा दी है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय उनसे पूछताछ के लिये हिरासत में लेना चाहता है।
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Source : News Nation Bureau