भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान को अब तक की सबसे बड़ी चेतावनी दी है. भारत ने कहा है कि वह परमाणु हमले को लेकर No First Use की नीति पर परिवर्तन कर सकता है. शुक्रवार को राजस्थान के पोखरण पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए यह बात कही. राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी नीति रही है कि हम परमाणु हथियार का पहले प्रयोग नहीं करेंगे, लेकिन आगे क्या होगा यह समय, काल और परिस्थितियों पर निर्भर करेगा.
पोखरण में राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए परमाणु परीक्षण करने के उनके साहसिक फैसले का जिक्र किया. बता दें कि मई 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते हुए पोखरण में भारत ने परमाणु परीक्षण किया था.
यह भी पढ़ें : अनुच्छेद 370 हटने से बौखलाया पाकिस्तान, POK में भारत के खिलाफ रच रहा ये बड़ी साजिश
इससे पहले राजनाथ सिंह ने फेसबुक पोस्ट लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए लिखा, 'अटलजी भारतीय राजनीति के ऐसे युगपुरूष थे, जिन्होंने मूल्यों एवं आदर्शों के साथ शुचिता और सुशासन की राजनीति को बढ़ावा दिया. उनका, सबका साथ सबका विश्वास का भाव आज भी हम सबके लिए प्रेरणा है. अटलजी की प्रथम पुण्यतिथि पर मैं उन्हें नमन करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.'
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी ने दी अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और उनके कई कैबिनेट सहयोगी उनकी पहली पुण्यतिथि पर नई दिल्ली में बीजेपी (BJP) के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए अटल स्थल पर जाकर श्रद्धांजलि दी. सबको साथ लेकर चलने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि है.
यह भी पढ़ें : सावधान! 2008 की तरह दबे पांव आ रही है भयानक आर्थिक मंदी, पढ़ें पूरी खबर
पूर्व प्रधानमंत्री को केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Amit Shah), बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा (JP Nadda) और कई बड़े बीजेपी (BJP) नेताओं ने नमन किया. भारत रत्न से सम्मानित, राजनीति में बहुत कम लोगों में से एक, वाजपेयी ने 1957 में दूसरे आम चुनाव में उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से लोकसभा में प्रवेश किया और 47 वर्षों तक सांसद रहे. वह 11 बार लोकसभा के लिए चुने गए और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो