देश के इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं की फंडिंग के लिए बनाई गई महत्वाकांक्षी नैशनल इनवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ) को अभी तक देश की किसी बड़ी परियोजना में एक रुपये का भी निवेश नहीं किया है।
एनआईआईएफ मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका मकसद देश की बड़ी इंफ्रा परियोजनाओं की फंडिंग को आसान बनाना है। मोदी सरकार ने इस फंड की स्थापना दिसंबर 2015 में की थी।
सबसे अधिक चौंकाने वाली बात इस फंड में एक रुपये के निवेश का भी नहीं आना है। पिछले डेढ़ साल से अधिक की अवधि के दौरान इस फंड में किसी भी सॉवरेन वेल्थ फंड या किसी इंटरनैशनल और घरेलू निवेशक ने इसमें कुछ भी निवेश नहीं किया है।
एनआईआईएफ का गठन 40,000 करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ किया गया था, जिसमें 49 फीसदी रकम सरकार को डालनी थी जबकि बाकी की पूंजी घरेलू और विदेशी निवेशकों से जुटाई जानी थी।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक अभी तक इस फंड ने न तो किसी परियोजना की फंडिंग की है और नहीं इस फंड को कहीं से कोई निवेश मिला है। हालांकि इस दौरान सरकार ने कई देशों और वहां एजेंसी से निवेश जुटाए जाने को लेकर बातचीत की, लेकिन उसे इस कोशिश में सफलता नहीं मिल पाई।
HIGHLIGHTS
- इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं की फंडिंग के लिए बनाई गई महत्वाकांक्षी फंड NIIF को अभी तक कोई निवेश नहीं मिला है
- दिसंबर 2015 में बनाए गए इस फंड ने अभी तक देश की किसी बड़ी इंफ्रा परियोजना की भी फंडिंग तक नहीं की है
Source : News Nation Bureau