Advertisment

महमूद मदनी ने कहा, जिस घर में शौचालय न हो, मौलवी और मुफ्ती निकाह न कराएं

स्वच्छता पर जोर देते हुए जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी मौलवियों से कहा है कि जिस घर में टॉयलेट (शौचालय) न हो वह वहां निकाह पढ़ने न जाएं।

author-image
Jeevan Prakash
एडिट
New Update
महमूद मदनी ने कहा, जिस घर में शौचालय न हो, मौलवी और मुफ्ती निकाह न कराएं

मौलाना महमूद मदनी (फाइल फोटो)

Advertisment

स्वच्छता पर जोर देते हुए जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी मौलवियों से कहा है कि जिस घर में टॉयलेट (शौचालय) न हो वह वहां निकाह पढ़ने न जाएं। मदनी ने कहा, 'जिस घर में टॉयलेट न हो, मौलवी और मुफ्ती वहां निकाह पढ़ने न जाएं। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के मौलवियों और मुफ्तियों ने यह फैसला कर लिया है।'

मदनी ने बताया कि कि 3 राज्यों में शौचालय की शर्त को मुसलमानों की शादी के लिए अनिवार्य कर दिया गया है और इसे जल्द ही देश के अन्य सभी राज्यों में लागू किया जाएगा।

और पढ़ें: पीएम मोदी का अखिलेश पर हमला, कहा- अगर 'ईद' में बिजली रहे तो 'होली' में भी रहनी चाहिए

पूर्व राज्यसभा सांसद मदनी ने असम के खानापड़ा में स्वच्छता पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, 'दो तरह की स्वच्छता जरूरी है- एक बाहरी और दूसरी अंदरुनी। दोनों ही एक-दूसरे से जुड़े हुई है। हम तभी अंदर से साफ हो सकते हैं, जब हमारे शरीर भी स्वच्छ हों।'

उन्होंने कहा, 'उन्हें लगता है कि देशभर में सभी धर्मों के धार्मिक नेताओं को फैसला करना चाहिए कि वे उन लड़कों की शादी नहीं कराएंगे जिनके घरों में शौचालय नहीं हैं।' स्वच्छता पर जोर देते हुए उन्होंने लोगों से कहा कि वे शौचालय का इस्तेमाल कर अपने प्रदेश और देश को स्वच्छ बनाएं।

और पढ़ें: सपा नेता आज़म ख़ान का विवादित बयान, बोले मुसलमानों के पास काम कम है इसलिए ज़्यादा बच्चे पैदा करते हैं

Source : News Nation Bureau

News in Hindi swachh bharat abhiyan maulana mahmood madani Nikah Toilets Muslim nikah
Advertisment
Advertisment